थाईलैंड-कंबोडिया के बीच ड्रोन और एयर स्ट्राइक ने बढ़ाया तनाव, जानिए पूरा मामला 

थाईलैंड के सुरिन प्रांत और कंबोडिया के ओडर मेंची प्रांत की सीमा पर स्थित ता मुएन थोम मंदिर लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है. इस प्राचीन हिंदू मंदिर पर दोनों देश अपना दावा करते हैं, जिसके चलते दशकों से तनाव बना हुआ है.

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Thailand Cambodia war: थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर तनाव एक बार फिर चरम पर पहुँच गया है. प्राचीन ता मुएन थॉम मंदिर के पास गोलीबारी, रॉकेट हमलों और हवाई हमलों ने स्थिति को विस्फोटक बना दिया है. इस संघर्ष में अब तक 9 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 40,000 से ज़्यादा नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है. दोनों देशों की सेनाएँ हाई अलर्ट पर हैं और राजनयिक संबंध टूटने के कगार पर हैं. आइए इस घटनाक्रम को समझते हैं.

क्या है विवाद की जड़

थाईलैंड के सुरिन प्रांत और कंबोडिया के ओडर मेंची प्रांत की सीमा पर स्थित ता मुएन थोम मंदिर लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है. इस प्राचीन हिंदू मंदिर पर दोनों देश अपना दावा करते हैं, जिसके चलते दशकों से तनाव बना हुआ है.

ड्रोन से शुरू हुआ तनाव

24 जुलाई 2025 की सुबह 7:30 बजे, थाई सेना ने मंदिर के पास एक कंबोडियाई ड्रोन देखा. इसके तुरंत बाद, छह सशस्त्र कंबोडियाई सैनिक थाई क्षेत्र में घुसने की कोशिश करते पकड़े गए. चेतावनी के बावजूद सैनिकों के नहीं हटने पर तनाव बढ़ गया.

सुबह 8:20 बजे, कंबोडियाई सैनिकों ने थाई सैन्य चौकी पर गोलीबारी शुरू की, जिसमें मोर्टार और ग्रेनेड लॉन्चर का इस्तेमाल हुआ. जवाब में थाई सेना ने भी फायरिंग की. सुबह 9:40 और 9:55 बजे कंबोडिया ने बीएम-21 रॉकेट लॉन्चर से हमले किए, जिनमें सुरिन और सिसाकेट प्रांतों में कई नागरिक हताहत हुए.

थाईलैंड की जवाबी कार्रवाई

दोपहर बाद, थाई वायुसेना ने छह एफ-16 फाइटर जेट्स के साथ कंबोडिया के ओडर मेंची और प्रेअह विहियर में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए. इन हमलों ने कंबोडिया की लॉजिस्टिक्स और रडार इकाइयों को भारी नुकसान पहुंचाया. दोनों देशों ने सीमाएं सील कर दी हैं, और राजनयिक रिश्तों में कटौती शुरू हो गई है. क्षेत्र में तनाव बरकरार है, और स्थिति किसी भी समय और बिगड़ सकती है.