बीजिंग: चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. चीन के तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्षयात्रियों की धरती पर वापसी को फिलहाल टाल दिया गया है. यह फैसला अंतरिक्ष में फैले सूक्ष्म मलबे (Space Debris) के संभावित खतरे को देखते हुए लिया गया है. चीन की मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी (CMSA) ने बुधवार को इसकी आधिकारिक पुष्टि की.
एजेंसी के अनुसार, यह निर्णय मिशन की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करने के लिए एक एहतियाती कदम के रूप में लिया गया है. जानकारी के मुताबिक, अंतरिक्ष स्टेशन के आसपास सूक्ष्म पत्थर और कणों जैसे मलबे के टकराने की आशंका जताई गई थी. ये मलबे बहुत तेज रफ्तार से चलते हैं, और मामूली टकराव भी स्टेशन या यान को गंभीर क्षति पहुंचा सकता है.
अंतरिक्ष मलबा बना वैश्विक चिंता
स्पेस डेब्रिस आज पूरी दुनिया की अंतरिक्ष एजेंसियों के लिए चुनौती बन चुका है. पुरानी सैटेलाइट्स, रॉकेट के टुकड़े और टकराव से बने सूक्ष्म कण अब पृथ्वी की कक्षा में बड़ी संख्या में घूम रहे हैं. NASA, ESA और चीन की CMSA जैसी संस्थाएं लगातार इस मलबे की निगरानी कर रही हैं. हाल ही में रूस और अमेरिका की कुछ पुरानी सैटेलाइट्स के टूटने से भी मलबे की मात्रा में भारी बढ़ोतरी हुई है.
शेनझोउ-20 दल की वापसी पर रोक
चीन हर छह महीने में अपने अंतरिक्ष स्टेशन की टीम बदलता है. इसी क्रम में हाल ही में शेनझोउ-21 (Shenzhou-21) मिशन के तहत तीन नए अंतरिक्षयात्री स्टेशन पहुंचे थे. इससे पहले, शेनझोउ-20 दल—चेन डोंग, चेन झोंगरुई और वांग जिए—ने छह महीने का मिशन पूरा किया था. उन्होंने अपने सभी वैज्ञानिक और तकनीकी कार्य सफलतापूर्वक पूरे किए और स्टेशन की ‘कुंजी’ नए दल को सौंप दी थी.
मंगलवार को दोनों दलों के बीच औपचारिक हैंडओवर सेरेमनी भी हुई थी. बुधवार को शेनझोउ-20 दल की वापसी तय थी, लेकिन मलबे के खतरे के कारण इसे तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया.
कहां होनी थी लैंडिंग?
तीनों अंतरिक्षयात्रियों की लैंडिंग चीन के उत्तरी क्षेत्र इनर मंगोलिया के डोंगफेंग लैंडिंग साइट पर होनी थी, जहां चीन के अधिकांश मानवयुक्त मिशन सुरक्षित रूप से उतरते हैं. हालांकि CMSA ने अब तक नए लैंडिंग शेड्यूल की घोषणा नहीं की है.
उधर, शुक्रवार को लॉन्च हुआ शेनझोउ-21 यान अपने तीन नए सदस्यों के साथ सफलतापूर्वक स्टेशन से जुड़ चुका है. यह दल अगले छह महीनों तक वैज्ञानिक प्रयोगों और तकनीकी परीक्षणों पर काम करेगा. फिलहाल तियांगोंग स्टेशन और सभी अंतरिक्षयात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं. लेकिन यह घटना एक बार फिर अंतरिक्ष मलबे के बढ़ते खतरे और वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाती है.