Nepal politics: नेपाल इन दिनों अभूतपूर्व राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल से गुज़र रहा है. जेनरेशन ज़ेड सड़कों पर उतर आया है. इस आंदोलन ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफ़ा देने पर मजबूर कर दिया है.
इस जनांदोलन के केंद्र में उभरे हैं बालेन शाह, काठमांडू के मेयर और युवाओं के बीच अपार लोकप्रियता रखने वाले नेता. टाइम मैगजीन और न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे वैश्विक मंचों ने उनकी नेतृत्व क्षमता की सराहना की है. उनकी जीवनशैली, स्टाइल और बेबाक विचारधारा ने उन्हें युवाओं का रोल मॉडल बना दिया है.
सिविल इंजीनियर से रैपर
बालेन शाह ने अपने करियर की शुरुआत सिविल इंजीनियर के रूप में की थी. बाद में उन्होंने नेपाली हिप-हॉप में रैपर के रूप में ख्याति अर्जित की. 2022 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में काठमांडू के मेयर का चुनाव जीतकर उन्होंने इतिहास रचा. पारंपरिक राजनीतिक दलों से निराश युवाओं ने उन्हें अपना नायक माना. उनकी पारदर्शी शासन शैली और युवा-केंद्रित नीतियों ने उन्हें जनता के बीच स्थापित किया.
सामाजिक मुद्दों पर मुखरता
2023 में बालेन ने फिल्म ‘आदिपुरुष’ के कुछ डायलॉग्स पर आपत्ति जताकर सुर्खियां बटोरीं. यह कदम दर्शाता है कि वह न केवल प्रशासनिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर भी बेबाकी से बोलते हैं.
Gen Z आंदोलन की शुरुआत
Gen Z आंदोलन की शुरुआत राजनेताओं के विशेषाधिकार और सरकार द्वारा लगाए गए सोशल मीडिया प्रतिबंधों के खिलाफ हुई. शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर सरकार की सख्ती के कारण 19 लोग मारे गए, जिनमें से 18 की मृत्यु काठमांडू में हुई. बालेन शाह ने इस आंदोलन को समर्थन देकर युवाओं का भरोसा जीता और इसे दिशा प्रदान की. उनकी सोशल मीडिया उपस्थिति और बयान राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बनते हैं.