‘हमारे पास ब्रह्मोस है, बकवास बंद करो’, ओवैसी का शहबाज शरीफ को करारा जवाब

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का नया अध्याय तब शुरू हुआ, जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सिंधु जल संधि को लेकर भारत को धमकी दी. शरीफ के बयान, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत “पाकिस्तान से पानी की एक बूंद भी नहीं छीन सकता,” पर हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी.

Date Updated
फॉलो करें:

Asaduddin Owaisi: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का नया अध्याय तब शुरू हुआ, जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सिंधु जल संधि को लेकर भारत को धमकी दी. शरीफ के बयान, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत “पाकिस्तान से पानी की एक बूंद भी नहीं छीन सकता,” पर हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. ओवैसी ने कहा, “बकवास मत करो, हमारे पास ब्रह्मोस है."

सिंधु जल संधि पर विवाद

1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल संधि जल बंटवारे का एक महत्वपूर्ण समझौता है. इस संधि के तहत सिंधु नदी प्रणाली का 20% जल भारत को और 80% पाकिस्तान को आवंटित है.

भारत का यह निर्णय पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देता है कि आतंकवाद के समर्थन पर कूटनीतिक रियायतें संभव नहीं हैं. शहबाज शरीफ ने इसे युद्ध की कार्रवाई करार देते हुए भारत को चेतावनी दी, लेकिन ओवैसी ने इसे “गीदड़ भभकी” करार दिया.

क्रिकेट डिप्लोमेसी पर ओवैसी का सख्त रुख

पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों पर ओवैसी ने स्पष्ट असहमति जताई. उन्होंने कहा, “मैं क्रिकेट मैच देखने नहीं जाऊंगा. मेरा दिल और अंतरात्मा इसकी इजाजत नहीं देता. हमें उस देश के साथ क्रिकेट क्यों खेलना चाहिए, जो हमें हर दिन धमकियां देता है?” यह बयान भारत-पाकिस्तान के बीच खेल के जरिए संबंध सामान्य करने की कोशिशों पर सवाल उठाता है.

अमेरिकी टैरिफ पर भी ओवैसी की दो टूक

अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाने के मुद्दे पर भी ओवैसी ने बेबाकी से अपनी बात रखी. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा, “ट्रंप को यह तय करना होगा कि वे आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के साथ व्यापार करेंगे या भारत जैसे रणनीतिक सहयोगी के साथ. ट्रंप कौन होते हैं हमें यह बताने वाले कि हम तेल कहां से खरीदें?”

ओवैसी ने मोदी सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया, कहा कि विदेश मंत्रालय का औपचारिक बयान पर्याप्त नहीं है. ओवैसी का यह बयान न केवल पाकिस्तान को कड़ा जवाब देता है, बल्कि भारत की संप्रभुता और रक्षा क्षमता को भी रेखांकित करता है. उनकी यह प्रतिक्रिया देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है.