Russia-Ukraine war: अमेरिका से नई सैन्य सहायता मिलने के बाद यूक्रेन की सेना में जोश का संचार हुआ है. यूक्रेनी सेना प्रमुख ओलेक्ज़ेंडर सर्स्की ने ऐलान किया है कि अब केवल रक्षा नहीं, बल्कि रूस की सीमा में घुसकर हमला करने और क्षेत्रों पर कब्जा करने की रणनीति अपनाई जाएगी. यह कदम युद्ध के परिदृश्य को और तीव्र कर सकता है.
रूस की सीमा पर दबाव
सर्स्की ने स्पष्ट किया कि यूक्रेनी सेना अब रूस के बेलगोरोद और कुर्स्क जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों पर दबाव बढ़ाएगी. उनका दावा है कि यूक्रेनी सैनिक कुर्स्क के ग्लुश्कोवो जिले में 90 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा बनाए हुए हैं. सर्स्की का कहना है कि रूस को उसी की भाषा में जवाब देना जरूरी है ताकि सीमा पर शांति स्थापित हो सके. इस आक्रामक रुख से यूक्रेन का इरादा साफ है कि वह अब पीछे नहीं हटेगा.
अमेरिकी सहायता से बढ़ा हौसला
सर्स्की ने जोर देकर कहा कि उनकी सेना अब केवल रक्षात्मक रणनीति पर निर्भर नहीं रहेगी, बल्कि रूस के खिलाफ सक्रिय हमले करेगी. अमेरिका से मिली हथियारों की नई खेप ने यूक्रेन को नई ताकत दी है. सर्स्की के बयान बताते हैं कि यूक्रेन अब रूस के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाने को तैयार है. क्या यह नई रणनीति रूस को पीछे धकेल पाएगी? यह युद्ध का अगला अध्याय तय करेगा.