Khamenei's closest military adviser Commander killed: इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट से सबको चौंका दिया है. इस पोस्ट में लिखा था कि 5 दिन में दूसरी बार- IDF ने ईरान के युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ, शासन के शीर्ष सैन्य कमांडर को मार गिराया है.
ईरान के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और खामेनेई के सबसे करीबी सैन्य सलाहकार अली शादमानी की सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर मध्य तेहरान में IAF के हमले में मौत हो गई.
ईरान के लिए बड़ा झटका
अली शादमानी की मौत को ईरान की सैन्य रणनीति और नेतृत्व के लिए एक गंभीर क्षति माना जा रहा है. IDF के अनुसार, यह ऑपरेशन अत्यंत गोपनीय और सुनियोजित था, जिसमें उन्नत तकनीक और खुफिया तंत्र का उपयोग किया गया. शादमानी न केवल ईरान की सैन्य योजनाओं के केंद्र में थे, बल्कि क्षेत्रीय संघर्षों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. इस हमले ने ईरान के सैन्य ढांचे को कमजोर करने की इज़राइल की रणनीति को और स्पष्ट कर दिया है.
खुफिया तंत्र की ताकत
इस सनसनीखेज हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें ईरान की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा सकती है. IDF का यह दावा न केवल सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है.
IDF का यह ऑपरेशन उनकी सैन्य क्षमता और खुफिया तंत्र की ताकत को दर्शाता है. अली शादमानी की मौत से ईरान को रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तरों पर नुकसान हुआ है. इस घटना के दीर्घकालिक परिणाम क्या होंगे, यह समय ही बताएगा.