प्रेगनेंसी एक ऐसा समय होता है, जब महिलाओं को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. शारीरिक और मानसिक दोनों ही दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण समय होता है. इस दौरान सही प्रकार के योगासन करने से न केवल शरीर को मजबूती मिलती है, बल्कि इससे डिलीवरी के समय भी मदद मिल सकती है. आइए जानते हैं प्रेगनेंसी के दौरान कौन से योगासन करने चाहिए, ताकि आप स्वस्थ और फिट रह सकें.
1. ताड़ासन (Tadasana)
ताड़ासन एक सरल और प्रभावी योगासन है, जो शरीर को लंबा करने और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने में मदद करता है. यह प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में लचीलापन बनाए रखने में सहायक होता है. इस आसन से शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे सामान्य दर्द और असहजता को कम किया जा सकता है.
कैसे करें ताड़ासन:
- सीधे खड़े हो जाएं.
- दोनों पैरों को मिलाकर और हाथों को शरीर के पास रखें.
- अब दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और शरीर को खींचते हुए खड़ा हो जाएं.
- कुछ सेकंड्स तक इस स्थिति में बने रहें और फिर आराम करें.
2. भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन एक प्रभावी आसन है, जो पीठ की मांसपेशियों को मजबूती देता है और शरीर की गति को बढ़ाता है. यह आसन विशेष रूप से पीठ और पेट के निचले हिस्से में हल्के दर्द को कम करने में मदद करता है, जो प्रेगनेंसी के दौरान आमतौर पर महसूस होता है.
कैसे करें भुजंगासन:
- पेट के बल लेट जाएं.
- हाथों को कंधों के पास रखें और शरीर को ऊपर की ओर खींचते हुए उठाएं.
- पैरों को सीधा रखें और सिर को थोड़ा पीछे की ओर झुका लें.
- कुछ सेकंड्स तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे आराम करें.
3. वृक्षासन (Vrikshasana)
वृक्षासन का अभ्यास संतुलन को बढ़ाता है, जिससे शरीर और मस्तिष्क दोनों को मजबूती मिलती है. यह आसन प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में संतुलन बनाए रखने के लिए सहायक होता है, जो डिलीवरी के समय मददगार हो सकता है.
कैसे करें वृक्षासन:
- सीधे खड़े हो जाएं और पैरों को एक दूसरे से थोड़ा अलग रखें.
- एक पैर को घुटने से मोड़कर ऊपरी जांघ पर रखें और हाथों को ऊपर की ओर जोड़ें.
- इस स्थिति में कुछ सेकंड्स तक रहें और फिर धीरे-धीरे दूसरी ओर से यह अभ्यास करें.
4. प्राणायाम (Pranayama)
प्रेगनेंसी के दौरान मानसिक शांति बनाए रखना बेहद जरूरी है. प्राणायाम से सांसों की गति को नियंत्रित किया जाता है, जो तनाव को कम करने में मदद करता है. यह शरीर को शांति और ऊर्जा देता है, जो प्रसव के समय सहायक होता है.
कैसे करें प्राणायाम:
- आराम से बैठ जाएं और आंखें बंद करें.
- गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें.
- इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक करें और मानसिक शांति महसूस करें.
5. पदमासन (Padmasana)
पद्मासन एक ध्यान मुद्रा है, जो मानसिक शांति और आत्मा को संतुलित करने में मदद करती है. यह आसन मानसिक स्थिति को बेहतर बनाता है और शरीर को आराम देता है. यह प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह मानसिक स्थिति को स्थिर रखने में मदद करता है.
कैसे करें पदमासन:
- आराम से बैठ जाएं और पैरों को एक-दूसरे पर रखें.
- हाथों को घुटनों पर रखें और गहरी सांस लें.
- आंखें बंद करके मानसिक शांति पर ध्यान केंद्रित करें.
योग करते समय ध्यान रखें कुछ बातें:
- योग करते समय शरीर की सुनें और बिना किसी दर्द या तकलीफ के ही आसन करें.
- प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी नए आसन को करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.
- योग करते समय आरामदायक कपड़े पहनें और पानी का सेवन करें.
प्रेगनेंसी के दौरान योगासन करना न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है, बल्कि यह मानसिक शांति और प्रसव के समय सहायक भी हो सकता है. ताड़ासन, भुजंगासन, वृक्षासन, प्राणायाम और पदमासन जैसे आसन प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद साबित हो सकते हैं. लेकिन याद रखें कि किसी भी योगासन को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है.