Vice Presidential Election 2025: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने वर्तमान महाराष्ट्र के राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को 2025 के उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुना है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस फैसले की घोषणा करते हुए इसे सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय बताया. 67 वर्षीय राधाकृष्णन का चयन न केवल उनकी राजनीतिक अनुभव की वजह से हुआ, बल्कि यह दक्षिण भारत में भाजपा की स्थिति को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है.
इंडिया गठबंधन की रणनीति पर मंथन
एनडीए के उम्मीदवार की घोषणा के बाद अब सबकी निगाहें इंडिया गठबंधन पर टिकी हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अगुवाई वाला यह गठबंधन अपने उम्मीदवार के चयन के लिए जल्द ही बैठक करने वाला है. समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद परिसर में इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति का पद खाली है, तो नया उम्मीदवार बनना ही था.
पुराने उपराष्ट्रपति कहां हैं? नए बन जाएंगे, यह अच्छी बात है. हमारा फैसला अलग होगा. सपा नेता अनुराग भदौरिया ने भी इस दिशा में बयान दिया कि इंडिया गठबंधन जल्द ही अपनी रणनीति और उम्मीदवार के नाम पर विचार-विमर्श करेगा. उन्होंने कहा, "एनडीए ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. अब हमारी बारी है. जल्द ही इसकी जानकारी साझा की जाएगी."
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे एक अनुभवी राजनेता हैं. किशोरावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और जनसंघ से जुड़े राधाकृष्णन को उनके समर्थक 'तमिलनाडु का मोदी' कहते हैं. उन्होंने 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव जीता, हालांकि बाद में उन्हें इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा.
तमिलनाडु में सभी दलों के बीच उनकी सम्मानजनक छवि और ओबीसी नेता के रूप में उनकी पहचान एनडीए के लिए एक रणनीतिक लाभ है. राधाकृष्णन ने झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी में राज्यपाल के रूप में कार्य किया है. 31 जुलाई 2024 को उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद संभाला. अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने तमिलनाडु के दौरे किए और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से भी मुलाकात की, जिससे उनकी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सक्रियता का पता चलता है.
इंडिया गठबंधन का अगला कदम
इंडिया गठबंधन के सामने अब यह चुनौती है कि वह ऐसा उम्मीदवार चुने जो एनडीए के राधाकृष्णन को टक्कर दे सके. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, गठबंधन एक न्यूट्रल और स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवार पर विचार कर सकता है. माना जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी इस मुद्दे पर सहयोगी दलों के साथ चर्चा करेंगे. बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में आगामी चुनावों को देखते हुए गठबंधन सतर्कता बरत रहा है.
उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 की यह जंग न केवल राजनीतिक बल्कि वैचारिक भी होगी. एनडीए ने राधाकृष्णन के चयन के साथ दक्षिण भारत में अपनी पैठ मजबूत करने का दांव खेला है, वहीं इंडिया गठबंधन की रणनीति और उम्मीदवार का ऐलान इस चुनाव की दिशा तय करेगा.