UP PGT Recruitment 2025: उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती की उम्मीदों पर एक और करारा प्रहार पड़ा है. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSESSB) ने प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती-2022 की लिखित परीक्षा को चौथी बार टाल दिया है. मूल रूप से 15 और 16 अक्टूबर 2025 को निर्धारित यह परीक्षा अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण स्थगित कर दी गई.
आयोग के उपसचिव द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि नई परीक्षा तिथियां शीघ्र घोषित की जाएंगी. इस फैसले से करीब 4.5 लाख अभ्यर्थी बेहद निराश हैं, जिन्होंने तीन वर्षों से इस परीक्षा का इंतजार किया है.
बार-बार विलंब की कड़वी सच्चाई
पीजीटी भर्ती-2022 की आवेदन प्रक्रिया जुलाई 2022 में ही संपन्न हो चुकी थी, लेकिन परीक्षा आयोजन में अनावश्यक देरी ने अभ्यर्थियों को परेशान कर दिया. प्रारंभ में अप्रैल 2024 में प्रस्तावित परीक्षा को जून 2024 में स्थानांतरित किया गया, फिर जून के मध्य में नई तारीखें जारी हुईं जो भी रद्द हो गईं. उसके बाद अगस्त और अब अक्टूबर की तिथियां भी टल चुकी हैं. आयोग के अनुसार, ये बदलाव 'अपरिहार्य कारणों' से हो रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशासनिक अड़चनों और तैयारी की कमी मुख्य वजहें हैं. कुल 624 पीजीटी पदों पर भर्ती के लिए यह प्रक्रिया चली आ रही है, जो अब अनिश्चित काल तक लटक गई है.
आयोग अध्यक्ष के इस्तीफे ने बढ़ाई उलझन
परीक्षा स्थगित होने के पीछे एक प्रमुख कारण के रूप में आयोग की अध्यक्ष किर्ति पांडेय के हालिया त्यागपत्र को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. उनके इस्तीफे से उत्पन्न शून्यता ने भर्ती प्रक्रिया को और जटिल बना दिया है. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि आंतरिक कलह और नीतिगत अस्पष्टता ने इस देरी को बढ़ावा दिया. अभ्यर्थी संगठनों ने आयोग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की मांग की है. एक अभ्यर्थी ने कहा, "तीन साल की मेहनत पर पानी फिर रहा है. क्या हमारा भविष्य खिलौना है?"
उम्र सीमा का खतरा
इस बार-बार के स्थगन से अभ्यर्थियों की मानसिक व आर्थिक हानि हो रही है. कई उम्मीदवारों ने शिकायत की है कि लगातार बदलावों से उनकी पढ़ाई का ग्राफ बिगड़ गया है, जबकि कुछ ने चिंता जताई कि देरी से उनकी पात्रता आयु सीमा पार हो सकती है. सोशल मीडिया पर #PGTExamDelay ट्रेंड कर रहा है, जहां युवा अपनी पीड़ा साझा कर रहे हैं.
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट upsessb.org पर नजर रखें और वैकल्पिक तैयारी जारी रखें.आयोग ने वादा किया है कि नई तिथियां जल्द ही जारी होंगी, लेकिन अभ्यर्थियों को न्याय कब मिलेगा, यह सवाल अनुत्तरित है. यह घटना न केवल भर्ती तंत्र की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है, बल्कि लाखों युवाओं के सपनों को भी प्रभावित कर रही है.