UP Air Pollution: उत्तर प्रदेश में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सोमवार सुबह से ही कई शहरों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ने चिंताजनक स्तर पार कर लिया है. धुंध और स्मॉग के कारण लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को भी वायु प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना रहेगा. प्रदेश में आसमान साफ रहेगा लेकिन हवा में नमी और ठहराव के कारण प्रदूषण का असर कम नहीं होगा. हवा की गति केवल 5-10 किलोमीटर प्रति घंटे रहने से प्रदूषक तत्व ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं, जिससे धुंध का असर और बढ़ गया है.
प्रमुख शहरों में AQI स्तर
गाजियाबाद में AQI 582 दर्ज किया गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. यहां PM2.5 का स्तर 367 तक पहुंच गया है. राजधानी लखनऊ का AQI 397 और PM2.5 स्तर 273 दर्ज हुआ. कानपुर में AQI 250 और PM2.5 का स्तर 150 रहा, जबकि वाराणसी में AQI 320 और PM2.5 का स्तर 200 तक पहुंच गया. विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति न केवल दमा या हृदय रोगियों के लिए खतरनाक है, बल्कि स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित कर सकती है.
तापमान और मौसम की स्थिति
अगले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश शहरों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. लखनऊ में अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम 24°C, गाजियाबाद में 32°C और 22°C, वाराणसी में 34°C और 25°C, जबकि कानपुर में 32°C और 23°C दर्ज होने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि अब बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिसके कारण वायु प्रदूषण और बढ़ सकता है.
धुंध और कोहरा बढ़ाएंगे मुश्किलें
सुबह और शाम के समय धुंध और कोहरा छाने से विजिबिलिटी में भारी कमी आ सकती है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बारिश न होने से हवा में मौजूद सूक्ष्म कण (PM2.5 और PM10) अधिक समय तक टिके रहेंगे. अगले कुछ दिनों तक लोगों को मास्क पहनने और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंडी हवाएं सक्रिय होने के बाद ही प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी. फिलहाल, लोगों को एहतियात बरतने, एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने और बच्चों व बुजुर्गों को प्रदूषित हवा से बचाने की सलाह दी जा रही है.