Shivpal Yadav: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने 15 अगस्त 2025 को इटावा में जिला सहकारी बैंक में तिरंगा फहराने के बाद मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल पर तीखा हमला बोला.
शिवपाल ने कहा कि पूजा पाल को पार्टी में अनुशासन बनाए रखना चाहिए था. उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का उदाहरण देते हुए कहा, "जो हाल केशव प्रसाद मौर्य का हुआ, वही पूजा पाल का होगा. वह अब विधायकी भी नहीं जीत पाएंगी."
शिवपाल ने आगे कहा कि जैसे केशव मौर्य लोकसभा और विधानसभा चुनाव हार गए, वैसे ही पूजा पाल का राजनीतिक भविष्य भी खतरे में है.
पूजा पाल के निष्कासन का कारण
पूजा पाल को समाजवादी पार्टी ने हाल ही में पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इसका कारण उनका वह बयान था जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की थी. पूजा ने कहा था, "सीएम योगी ने मेरे पति के हत्यारे को सजा दिलाकर मुझे न्याय प्रदान किया.
इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं." इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हंगामा मच गया. सपा नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए तत्काल पूजा पाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
शिवपाल का अनुशासन पर जोर
शिवपाल यादव ने अपने बयान में पार्टी अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि हर कार्यकर्ता और नेता को पार्टी की नीतियों और नियमों का पालन करना चाहिए.
उन्होंने पूजा पाल के बयान को गलत ठहराते हुए कहा कि ऐसे बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं. शिवपाल यादव के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की सियासत में नई चर्चा को जन्म दे दिया है. पूजा पाल के भविष्य और सपा की रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हैं.