Banke Bihari Temple: मथुरा के वृंदावन में स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में 8 सितंबर 2025 को एक बार फिर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई. मंदिर में महिला श्रद्धालुओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी झड़प हुई, जो देखते ही देखते मारपीट और धक्का-मुक्की तक पहुंच गई.
यह हंगामा तब शुरू हुआ जब सुरक्षाकर्मियों ने कुछ श्रद्धालुओं को कथित तौर पर वीआईपी दर्शन से रोक दिया. इससे नाराज महिला श्रद्धालुओं ने विरोध जताया, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. इस दौरान एक महिला श्रद्धालु बेहोश हो गई, और मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
बार-बार क्यों हो रहे हैं विवाद?
बांके बिहारी मंदिर में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं. पहले भी वीआईपी दर्शन, फोटोग्राफी और अन्य मुद्दों को लेकर श्रद्धालु और सुरक्षाकर्मी आमने-सामने आ चुके हैं. स्थानीय लोगों और भक्तों का आरोप है कि मंदिर प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्थित सुरक्षा प्रबंधन के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं. कई बार भारी भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को बिना दर्शन के ही लौटना पड़ता है, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ जाती है.
कॉरिडोर निर्माण की योजना
इन समस्याओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा है. यह कॉरिडोर 7000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा, जिसमें मंदिर के चारों ओर पांच प्रमुख मार्ग शामिल होंगे. हालांकि, इस योजना का स्थानीय निवासियों और सेवायत परिवारों ने विरोध किया है.
उनका कहना है कि कॉरिडोर के निर्माण से वृंदावन की प्राचीन गलियां और पुराने मकान-दुकानें नष्ट हो जाएंगी. मंदिर में बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं प्रशासन के लिए चुनौती बनती जा रही हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है.