लखनऊ KGMU में नर्सिंग स्टाफ से मारपीट, 9 जूनियर डॉक्टरों पर मुकदमा, 4 निलंबित

KGMU Lucknow Nursing Staff Assault: लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार देर रात हुई एक शर्मनाक घटना ने सुर्खियां बटोरीं. नर्सिंग स्टाफ के साथ मारपीट के आरोप में 9 जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि चार रेजिडेंट डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

Date Updated
फॉलो करें:

KGMU Lucknow Nursing Staff Assault: लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार देर रात हुई एक शर्मनाक घटना ने सुर्खियां बटोरीं. नर्सिंग स्टाफ के साथ मारपीट के आरोप में 9 जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि चार रेजिडेंट डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. यह घटना न केवल अस्पताल प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है, बल्कि मरीजों की देखभाल पर भी गहरा असर डाल रही है.

मारपीट की घटना और अस्पताल में हंगामा

शनिवार रात KGMU के ट्रॉमा सेंटर में जूनियर डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के बीच तीखी नोकझोंक के बाद मारपीट की घटना सामने आई. नर्सिंग स्टाफ अधिकारी शुभम राव ने आरोप लगाया कि जूनियर डॉक्टर अश्विन, आयुष, निखिल, अंकित वर्मा, अमित शर्मा, सतीश, देवेंद्र, प्रेम और दीपक छाबड़ा ने शराब के नशे में उनके साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट की. इस घटना के कारण ट्रॉमा सेंटर में करीब दो घंटे तक मरीजों का इलाज प्रभावित रहा, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई.

चार डॉक्टर निलंबित

प्रारंभिक जांच के आधार पर KGMU प्रशासन ने चार रेजिडेंट डॉक्टरों—अश्विन, आयुष, निखिल और अंकित वर्मा—को तत्काल निलंबित कर दिया. ये सभी हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं. प्रशासन ने इस मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं, और जांच पूरी होने तक ये डॉक्टर निलंबित रहेंगे. पुलिस भी अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की मदद से मामले की तहकीकात कर रही है.

डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ में तनाव

इस कार्रवाई से जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश फैल गया. उन्होंने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए ट्रॉमा सेंटर में प्रदर्शन किया. दूसरी ओर, नर्सिंग स्टाफ ने भी मोर्चा खोल दिया और सोमवार को ट्रॉमा सेंटर में धरना शुरू कर दिया. शुभम राव ने दावा किया कि आरोपी डॉक्टर अक्सर शराब पीकर ड्यूटी पर आते हैं और नर्सिंग स्टाफ के साथ गाली-गलौज करते हैं. उन्होंने डॉक्टरों पर जान से मारने की धमकी देने का भी गंभीर आरोप लगाया.

आगे की कार्रवाई और जांच

पुलिस और KGMU प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है. सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर जांच चल रही है. इस घटना ने अस्पताल के कामकाज और कर्मचारियों के बीच विश्वास की कमी को उजागर किया है.