Har Ghar Tiranga: इस वर्ष भारत का 79वाँ स्वतंत्रता दिवस शुक्रवार, 15 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा. इस अवसर को और भी खास बनाने के लिए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य की राजधानी में 'हर घर तिरंगा' अभियान की शुरुआत की.
इस अभियान को स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों, सैनिकों और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया गया है. 13 अगस्त को कालिदास मार्ग पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर राज्यपाल ब्रजेश पाठक और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
राष्ट्रवाद का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रभक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम है. उन्होंने कहा, “हमारा देश आजादी के 78 वर्ष पूरे कर अमृत काल में कदम रख चुका है. यह अभियान न केवल राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति सम्मान को बढ़ावा देता है, बल्कि हमारे क्रांतिकारियों और सैनिकों के बलिदान को भी याद दिलाता है.” सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि तिरंगा यात्रा केवल एक जुलूस नहीं, बल्कि भारत माता और उसके वीर सपूतों के प्रति श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है. उन्होंने प्रत्येक भारतीय से इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लेने का आह्वान किया.
राष्ट्रीय एकता का संदेश
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता पर बल देते हुए कहा कि तिरंगा हर भारतीय के लिए गौरव का प्रतीक है. उन्होंने कहा, “हमें उन ताकतों को बेनकाब करना होगा जो जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र के आधार पर समाज को बांटने का प्रयास करती हैं. यह अभियान हमें एकजुट होकर राष्ट्र के सम्मान को और ऊंचा उठाने की प्रेरणा देता है.”
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए भारतीय सेना की वीरता की सराहना की और कहा कि विश्व आज भारत की शक्ति से आश्चर्यचकित है. सीएम ने नागरिकों से स्वार्थ को त्यागकर राष्ट्र के प्रति समर्पण का आह्वान किया.
हर घर में लहराए तिरंगा
सीएम योगी ने सभी नागरिकों से अपने घरों में तिरंगा फहराने की अपील की. उन्होंने कहा, “हर घर में तिरंगा फहराना हमारे सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान का प्रतीक है. यह अभियान प्रत्येक गाँव, कस्बे और शहर में राष्ट्रीय एकता का संदेश फैलाने का एक अनुपम अवसर है.”
अभियान का व्यापक प्रभाव
‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने पिछले कुछ वर्षों में पूरे देश में राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत किया है. उत्तर प्रदेश में इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.