Nikki murder case: ग्रेटर नोएडा के सनसनीखेज निक्की हत्याकांड में नया मोड़ आया है. दहेज के लिए अपनी पत्नी की हत्या के आरोपी विपिन भाटी की पुलिस के साथ मुठभेड़ में पैर में गोली लगी है. यह घटना सिरसा चौराहे के पास हुई, जब विपिन को मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था. पुलिस के अनुसार, विपिन ने हिरासत से भागने की कोशिश की और पुलिसकर्मी का हथियार छीनने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी.
मुठभेड़ की पृष्ठभूमि
पुलिस की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विपिन भाटी पर अपनी पत्नी निक्की को जला कर मारने का गंभीर आरोप है. यह मामला दहेज उत्पीड़न से जुड़ा है, जिसमें निक्की के परिवार ने विपिन और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मुठभेड़ के बाद विपिन को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है.
निक्की के पिता की मांग
निक्की के पिता ने न्यूज़ से बातचीत में कहा, "विपिन को सजा-ए-मौत दी जानी चाहिए. उसने मेरी बेटी को बेरहमी से मारा." उन्होंने यह भी बताया कि निक्की की सास ने उस पर मिट्टी का तेल डाला, जबकि विपिन ने उसे आग लगाई. पिता ने यह भी मांग की कि आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया जाए.
विपिन का बयान
विपिन ने अपनी बेगुनाही का दावा किया है. उसका कहना है, "मुझे कोई पछतावा नहीं है. मैंने निक्की को नहीं मारा, वह खुद मर गई. पति-पत्नी में झगड़े सामान्य हैं." हालांकि, पुलिस और निक्की के परिवार के बयानों से उसकी बातों पर सवाल उठ रहे हैं.
दहेज की मांग और सामाजिक बुराई
यह मामला एक बार फिर दहेज जैसी सामाजिक बुराई को उजागर करता है. निक्की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी की शादी पूरे रीति-रिवाजों के साथ की गई थी, लेकिन दहेज की मांगों ने उनकी बेटी की जान ले ली. यह घटना समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित करती है.
निक्की हत्याकांड और विपिन की मुठभेड़ ने ग्रेटर नोएडा में कानून-व्यवस्था और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा को तेज कर दिया है. पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और जनता की नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या निक्की को न्याय मिलेगा.