Dowry murder: ग्रेटर नोएडा में दहेज के लिए अपनी पत्नी निक्की को जिंदा जलाकर मारने के आरोपी विपिन भाटी का एक सनसनीखेज बयान सामने आया है. पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती विपिन ने बेशर्मी से कहा कि उसे अपने कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है.
उसका कहना है कि पति-पत्नी के बीच झगड़े आम बात हैं. इस मामले ने समाज में दहेज उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ विपिन
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने रविवार को विपिन भाटी के साथ मुठभेड़ की, जिसमें उसके पैर में गोली लगी. पुलिस के अनुसार, विपिन हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था और उसने पुलिस का हथियार छीनने का प्रयास किया.
यह घटना सिरसा चौराहे के पास हुई, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. विपिन पहले ही निक्की की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हो चुका था. अस्पताल में मीडिया से बातचीत के दौरान उसने बिना किसी पश्चाताप के कहा, "मैंने निक्की को नहीं मारा, वह खुद मरी."
निक्की की बेटे के सामने जलाकर हत्या
निक्की की शादी 2016 में कासना थाना क्षेत्र निवासी विपिन भाटी के साथ हुई थी. निक्की के परिजनों का आरोप है कि ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसका उत्पीड़न किया और उसे ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जला दिया.
यह दिल दहला देने वाली घटना निक्की के मासूम बेटे के सामने हुई. परिजनों का कहना है कि विपिन और उसके परिवार ने मिलकर निक्की को बेरहमी से पीटा और फिर आग के हवाले कर दिया.
पुलिस की कार्रवाई और जांच
एडिशनल डीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि फोर्टिस अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली थी कि एक युवती गंभीर रूप से जली हालत में भर्ती हुई है, जिसे सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक निक्की की मौत हो चुकी थी.
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और मामले की गहन जांच शुरू की गई. पुलिस ने इस जघन्य अपराध के लिए विपिन और उसके परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है.
समाज के लिए एक चेतावनी
यह मामला दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की गंभीर समस्या को उजागर करता है. विपिन जैसे अपराधियों की बेशर्मी भरी सोच समाज के लिए खतरे की घंटी है. इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या हमारा समाज महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है?