ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोएडा के प्रमुख रियल एस्टेट कारोबारी अनिल मिठास के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है. यह कार्रवाई नोएडा के सेक्टर-119 में स्थित परियोजना "उन्नति द अरण्य" से जुड़े वित्तीय अनियमितताओं के मामले में की गई है.
धन के दुरुपयोग का गंभीर आरोप
ED लखनऊ के अनुसार, मेसर्स उन्नति फॉर्च्यून होल्डिंग्स लिमिटेड और इसके प्रमोटर अनिल मिठास पर घर खरीदारों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों से एकत्रित धन के दुरुपयोग का आरोप है. इस परियोजना में धन के हेरफेर और परियोजना के अधूरे रहने से हजारों घर खरीदारों को भारी नुकसान हुआ है.
साथ ही, वित्तीय संस्थानों को भी करोड़ों रुपये का घाटा सहना पड़ा. ED ने अब तक इस मामले में 126 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है, जिसमें अनिल मिठास एचयूएफ से संबंधित संपत्तियां शामिल हैं.
अनिल मिठास का विवादित इतिहास
अनिल मिठास उन्नति फॉर्च्यून ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं. यह समूह नोएडा और एनसीआर में रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और आईटी क्षेत्र में सक्रिय है. इसके प्रमुख प्रोजेक्ट्स में "द अरण्य" और "द एलीट एड्रेस" शामिल हैं. ग्रुप की सहयोगी कंपनी, जैसे आईवीआर प्राइम आईटी सेज, भी वित्तीय संकट का सामना कर रही है.
नोएडा-NCR में बिल्डर्स पर नजर
ED की इस कार्रवाई ने नोएडा और एनसीआर के रियल एस्टेट सेक्टर में हड़कंप मचा दिया है. सूत्रों के अनुसार, कई अन्य बिल्डर भी जांच एजेंसियों के रडार पर हैं. अनिल मिठास या उनकी कंपनी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.