Azamgarh News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बम्हौर गांव के छोटा पुरा में धार्मिक तनाव ने गंभीर रूप ले लिया है. इस मुस्लिम बहुल इलाके में रहने वाले लगभग 40 दलित हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर 'हमारा घर बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए हैं. इन परिवारों का आरोप है कि उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता से वंचित किया जा रहा है, जिसके चलते वे पलायन करने को मजबूर हैं.
धार्मिक स्वतंत्रता पर रोक के आरोप
पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें 'जय श्रीराम' का नारा लगाने और पूजा-पाठ करने से रोका जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि 3 जून 2025 को एक शादी समारोह के दौरान कुछ लोगों ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके बाद मारपीट हुई.
इस घटना के बाद से स्थिति और बिगड़ गई, और परिवारों को कथित तौर पर धमकियां मिल रही हैं. ग्रामीणों का दावा है कि बाहुल्य समुदाय के लोग उनकी बेटियों के साथ अभद्रता करते हैं और विरोध करने पर मारपीट की धमकी देते हैं.
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आजमगढ़ के एसएसपी हेमराज मीना ने दावा किया कि गांव में शांति है और पुलिस बल तैनात किया गया है. हालांकि, उन्होंने इन पोस्टरों को एक स्थानीय युवक द्वारा पंचायत चुनाव के लिए 'चुनावी स्टंट' करार दिया.
यह घटना सामाजिक सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता पर सवाल उठाती है. दलित परिवारों की यह पीड़ा न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक गंभीर मुद्दा है. क्या ये परिवार अपने घरों में सुरक्षित रह पाएंगे, या पलायन ही उनका एकमात्र विकल्प होगा?