Supreme court judgement: सुप्रीम कोर्ट के ताज़ा फ़ैसले ने आवारा कुत्तों को लेकर देशभर में बहस छेड़ दी है. इस फ़ैसले से जहाँ कुत्ता प्रेमियों में खुशी है, वहीं कुछ लोग इसे लेकर चिंतित भी हैं. कोर्ट ने अपने पुराने आदेश में संशोधन करते हुए आवारा कुत्तों को पकड़ने और उन्हें वापस छोड़ने की नीति स्पष्ट कर दी है.
इस फ़ैसले के बाद, सोशल मीडिया पर 'डॉगेश ब्रदर्स' की जीत के नाम पर मज़ेदार मीम्स और वीडियो वायरल हो रहे हैं. आइए इस फ़ैसले के मुख्य बिंदुओं और जनता की प्रतिक्रियाओं पर एक नज़र डालते हैं.
डोगेश भाइयों की जीत हुई!
— Ankit Kumar Avasthi (@kaankit) August 22, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में संशोधन करते हुए कहा है कि आवारा कुत्तों को नसबंदी और टीकाकरण के बाद उसी क्षेत्र में वापस छोड़ा जाएगा। हालांकि, रेबीज से संक्रमित या आक्रामक व्यवहार दिखाने वाले कुत्तों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। pic.twitter.com/V0c4mrvrvT
आवारा कुत्तों को मिली राहत
सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि गलियों और मोहल्लों से आवारा कुत्तों को हटाया नहीं जाएगा. इसके बजाय, उन्हें पकड़कर टीकाकरण (वैक्सिनेशन) और नसबंदी (स्टेरिलाइजेशन) के बाद उसी स्थान पर वापस छोड़ दिया जाएगा. हालांकि, जो कुत्ते आक्रामक हैं या रेबीज जैसे संक्रामक रोगों से ग्रसित हैं, उन्हें शेल्टर होम में रखा जाएगा. कोर्ट ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस प्रक्रिया में पशु कल्याण नियमों का पालन हो. यह फैसला पशु प्रेमियों के लिए एक बड़ी जीत माना जा रहा है.
सार्वजनिक स्थानों पर खाना देने पर रोक
कोर्ट ने सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों को खाना खिलाने पर रोक लगा दी है. इसके बजाय, हर वार्ड में विशेष फीडिंग पॉइंट्स स्थापित करने का आदेश दिया गया है. इन फीडिंग पॉइंट्स पर कुत्तों को बिना किसी रुकावट के भोजन दिया जा सकेगा. यह कदम आवारा कुत्तों और स्थानीय लोगों के बीच टकराव को कम करने के लिए उठाया गया है.
सोशल मीडिया पर 'डोगेश भाई' का जलवा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर और इंस्टाग्राम पर मीम्स और वीडियो की बाढ़ आ गई है. वायरल वीडियो में कुत्तों को नाचते हुए दिखाया जा रहा है, जिस पर यूजर्स मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, "डोगेश भाई को आजादी मिल गई, अब गलियों में पार्टी!" एक अन्य ने टिप्पणी की, "कुत्तों का सिस्टम तो इंसानों से भी तगड़ा है!" इन मीम्स ने इंटरनेट पर हंसी का माहौल बना दिया है.
डॉग लवर्स बनाम चिंतित नागरिक
फैसले ने समाज को दो धड़ों में बांट दिया है. पशु प्रेमी इसे जानवरों के अधिकारों की जीत बता रहे हैं, उनका मानना है कि यह फैसला मानवता को बढ़ावा देगा. दूसरी ओर, कुछ लोग सड़कों पर आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे को लेकर चिंतित हैं. उनका कहना है कि इससे आम लोगों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. यह विरोधाभास सोशल मीडिया पर भी साफ दिखाई दे रहा है.