पाकिस्तान को सिम कार्ड सप्लाई करने के मामले में दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मोहम्मद हसीन गिरफ्तार 

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को राजस्थान के डीग जिले से 42 वर्षीय मोहम्मद हसीन को गिरफ्तार किया. हसीन पर भारत में पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों (PIO) द्वारा संचालित एक कथित जासूसी नेटवर्क में शामिल होने का आरोप है.

Date Updated
फॉलो करें:

Delhi Police: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को राजस्थान के डीग जिले से 42 वर्षीय मोहम्मद हसीन को गिरफ्तार किया. हसीन पर भारत में पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों (PIO) द्वारा संचालित एक कथित जासूसी नेटवर्क में शामिल होने का आरोप है.

हसीन 34 वर्षीय मौलवी मोहम्मद कासिम का बड़ा भाई है, जिसे इस सप्ताह की शुरुआत में जासूसी करने और पाकिस्तान को पहले से सक्रिय भारतीय सिम कार्ड भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

जासूसी नेटवर्क का खुलासा

पुलिस के अनुसार, कासिम की गिरफ्तारी के बाद हसीन फरार था. कासिम के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट (ओएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया था. जांच में पता चला कि अगस्त 2024 में हसीन ने अपने भाई कासिम के जरिए पाकिस्तान को कई भारतीय सिम कार्ड भेजे थे.

इनमें से एक सिम कार्ड हसीन के नाम पर था, जिसका उपयोग पीआईओ द्वारा किया गया. हसीन ने भारतीय सेना के संवेदनशील ठिकानों की तस्वीरें भी पीआईओ को भेजीं और इसके बदले में धन प्राप्त किया. साथ ही, उसने व्हाट्सएप को पाकिस्तान में सक्रिय करने के लिए वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भी प्रदान किया.

राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल

दिल्ली पुलिस ने हसीन को कोर्ट में पेश किया, जहां उसे गहन पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. पुलिस का मानना है कि दोनों भाइयों से पूछताछ से जासूसी नेटवर्क में शामिल अन्य भारतीयों के नाम सामने आ सकते हैं.

हसीन और कासिम के मोबाइल फोन को डेटा रिकवरी के लिए दिल्ली की फोरेंसिक लैब में भेजा गया है. यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब इस नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने के लिए तत्पर है.