Viswash Kumar Ramesh: अहमदाबाद विमान हादसे में फ्लाइट में सवार 242 लोगों में 241 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति, विश्वास कुमार रमेश चमत्कारिक रूप से बच गए. हालांकि हादसे में उन्हें गहरी चोट आई, लेकिन वो अब खतरे से बाहर हैं. विश्वास कुमार से मिलने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे. जहां उन्होंने अपनी आपबीती साझा की.
ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश विमान में 11A सीट पर बैठे थे. यह सीट आपातकालीन द्वार के पास थी. उन्होंने बताया कि उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान टूट गया. उनकी सीट मलबे से अलग हो गई. इससे वह आग से बच गए.
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में विश्वास ने डॉक्टरों को बताया कि विमान टूट गया और मेरी सीट बाहर गिर गई. उन्होंने कहा कि वह सीट बेल्ट में बंधे हुए थे. विमान के टूटने पर वह बाहर फेंके गए. डीडी न्यूज से उन्होंने कहा कि मैं नीची जगह पर उतरा. मैंने सीट बेल्ट खोली और बाहर निकला. विश्वास ने बताया कि उन्होंने आंख खोलते देखा कि विमान के दरवाजे टूटे थे. वह पैदल बाहर निकले. उनके आसपास लोग मर रहे थे. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं बच गया. मेरी आंखों के सामने लोग मरे. एक वायरल वीडियो में विश्वास को खून से लथपथ एम्बुलेंस की ओर जाते दिखाया गया.
बोइंग 787-8 विमान लंदन के लिए अहमदाबाद से उड़ा. उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद यह बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में गिरा. उड़ान भरने के साथ ही विमान खोता खा गया और सीधा 800 फीट की ऊंचाई से जमीन पर गिरने लगा. आग की लपटों और काले धुएं ने आसमान को ढक लिया. मलबे के टुकड़े मेडिकल कॉलेज की इमारत में धंस गए. पायलट द्वारा पहले मेडे जारी किया गया था जो की पूर्ण आपातकाल का संकेत था. एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने इसे दर्ज किया. हादसे की औपचारिक जांच शुरू हो गई है. विमान का ब्लैक बॉक्स ढूंढा जा रहा है. इससे अंतिम क्षणों की जानकारी मिलेगी.. यह हादसा भारतीय उड्डयन इतिहास का सबसे दुखद हादसा है. पूरा देश शोक में है. विश्वास के ठीक होने की कामना की जा रही है.