Karan Adani: अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) के प्रबंध निदेशक करण अदानी के नेतृत्व में, APSEZ का लक्ष्य 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा बंदरगाह संचालक बनना है.
इस रणनीति के केंद्र में भारत का विझिनजम और इजरायल का हाइफा पोर्ट हैं, जो कंपनी के अंतरराष्ट्रीय विस्तार को गति दे रहे हैं. यह दृष्टिकोण भारत को वैश्विक व्यापार और लॉजिस्टिक्स का केंद्र बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है.
बिलियन टन कार्गो का लक्ष्य
APSEZ ने 2030 तक एक बिलियन टन कार्गो हैंडलिंग का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. विझिनजम पोर्ट, भारत का पहला ट्रांसशिपमेंट हब, और हाइफा पोर्ट, जो इजरायल का एक प्रमुख समुद्री गेटवे है, इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इसके साथ ही, कंपनी लॉजिस्टिक्स, मल्टी-मोडल पार्क, और मरीन सर्विसेज में भी विस्तार कर रही है, जिससे वैश्विक स्तर पर इसकी उपस्थिति और मजबूत होगी.
सीमेंट और कॉपर में नए अवसर
करण अदानी ने समूह स्तर पर सीमेंट और कॉपर जैसे नए व्यवसायों के लिए भी रणनीतिक दृष्टिकोण साझा किया है. भारत में कॉपर की मांग में 9% वार्षिक वृद्धि की संभावना को देखते हुए, कच्छ कॉपर परियोजना के माध्यम से आयात पर निर्भरता कम करने की योजना है.
इसके अतिरिक्त, सीमेंट क्षेत्र में भी कंपनी भारत की बुनियादी ढांचा जरूरतों को पूरा करने के लिए तेजी से विस्तार कर रही है. करण अदानी का यह दृष्टिकोण न केवल APSEZ को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाएगा, बल्कि भारत को विश्व व्यापार में एक मजबूत स्थिति प्रदान करेगा. उनकी रणनीति नवाचार, स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रेरणा है.