Operation Sindoor: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत न केवल पाकिस्तान, बल्कि परोक्ष रूप से चीन और तुर्किए जैसे देशों को भी करारा जवाब दिया. यह सैन्य अभियान 6-7 मई 2025 की रात को शुरू हुआ. जिसका उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेना था.
उप सेना प्रमुख (क्षमता विकास एवं संधारण) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने फिक्की के ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज’ कार्यक्रम में इस अभियान की सफलता का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख ठिकाने शामिल थे.
पाकिस्तान को चीन और तुर्किए का समर्थन
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने खुलासा किया कि पाकिस्तान के 81% सैन्य हथियार चीन से प्राप्त हैं, जो इस अभियान को एक ‘लाइव लैब’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा था. तुर्किए ने भी पाकिस्तान को तकनीकी सहायता प्रदान की. डीजीएमओ स्तर की वार्ता के दौरान चीन ने पाकिस्तान को भारत के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों की जानकारी दी. फिर भी, भारतीय सेना की मजबूत एयर डिफेंस ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया.
भविष्य के लिए सबक
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में भारतीय सेना की सटीक योजना और तकनीकी एकीकरण की अहम भूमिका रही. लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया कि 21 संभावित लक्ष्यों में से नौ का चयन डेटा विश्लेषण और ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर किया गया.
इस अभियान ने भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाया, जिससे पाकिस्तान को युद्धविराम की मांग करनी पड़ी. उप सेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से भारत को मजबूत एयर डिफेंस और जनसंख्या केंद्रों की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है. यह अभियान भारतीय सेना की ताकत और नेतृत्व की दृढ़ता का प्रतीक है.