Income Tax raid: आयकर विभाग ने देशभर में कर चोरी और फर्जी कटौतियों के खिलाफ अभूतपूर्व कार्रवाई शुरू की है. देश के विभिन्न हिस्सों में 200 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की जा रही है, जिसमें राजनीतिक चंदे, चिकित्सा खर्च और ट्यूशन फीस के नाम पर की गई फर्जी कटौतियों को निशाना बनाया गया है. यह कार्रवाई आयकर अधिनियम की धारा 80GGC के तहत दावों की गहन जांच के बाद शुरू हुई है.
धारा 80GGC के तहत फर्जी दावों पर नकेल
आयकर अधिनियम की धारा 80GGC करदाताओं को राजनीतिक दलों या चुनावी ट्रस्टों को दिए गए चंदे पर कर छूट प्रदान करती है. हालांकि, कई करदाताओं और बिचौलियों ने इस प्रावधान का दुरुपयोग कर फर्जी बिलों के जरिए अनुचित लाभ उठाने की कोशिश की.
आयकर विभाग ने ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए डिजिटल दस्तावेजों और लेन-देन के रिकॉर्ड की जांच शुरू की है. सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई मुख्य रूप से दिल्ली, मुंबई, जयपुर जैसे प्रमुख शहरों में केंद्रित है, जहां फर्जीवाड़े का जाल फैला हुआ है.
चिकित्सा और ट्यूशन खर्च में धोखाधड़ी
राजनीतिक चंदे के अलावा, आयकर विभाग ने फर्जी चिकित्सा खर्च और ट्यूशन फीस के दावों को भी अपने रडार पर लिया है. कई कर सलाहकार, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और टैक्स फाइलिंग एजेंसियां इस नेटवर्क का हिस्सा पाई गई हैं. विभाग ने NUDGE अभियान के तहत करदाताओं को पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन गलत दावों के कारण यह कठोर कदम उठाना पड़ा.
पारदर्शिता और जवाब
आयकर विभाग का यह अभियान न केवल टैक्स चोरी को रोकने बल्कि राजनीतिक चंदे में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है. विभाग ने कई संदिग्ध व्यक्तियों और उनके सलाहकारों की पहचान की है, जिनकी गहन जांच जारी है.