Bihar Election 2025: हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि अब एकतरफा मोहब्बत का दौर खत्म हो चुका है.
ओवैसी ने स्पष्ट किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे थे और इसका मकसद गरीबों व उत्पीड़ित वर्गों के नेतृत्व को कमजोर करना था. उन्होंने जोर देकर कहा कि हम भी बीजेपी को हराना चाहते हैं और बिहार में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे.
तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में पार्टी तीसरा मोर्चा बनाने की दिशा में सक्रिय हो रही है. ओवैसी ने कहा कि बिहार की जनता के सामने अब सब कुछ स्पष्ट है. हमारी कोशिश है कि एक मजबूत विकल्प तैयार किया जाए. उन्होंने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में अपनी पार्टी की मजबूत उपस्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि जनता का भरोसा उनकी ताकत है.
चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल
ओवैसी ने विशेष मतदाता पुनरीक्षण (SIR) पर सवाल उठाकर चुनाव आयोग की मंशा पर शक जताया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को मतदाताओं की नागरिकता तय करने का अधिकार नहीं है, यह गृह मंत्रालय का काम है. फिर भी आयोग ऐसा क्यों कर रहा है? यह पिछले दरवाजे से NRC लागू करने जैसा है. ओवैसी ने 13 जुलाई 2025 को X पर पोस्ट करके चुनाव आयोग पर गरीबों को परेशान करने का आरोप लगाया.
गठबंधन की संभावना
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को डर है कि यदि AIMIM सीमांचल में अपने उम्मीदवार उतारती है, तो उनका वोट बैंक प्रभावित हो सकता है. इसलिए, आरजेडी ने ओवैसी से बिहार में चुनाव न लड़ने की अपील की है. हालांकि, ओवैसी और तेजस्वी यादव के बीच गठबंधन की अटकलें भी तेज हैं, जो बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है.