कौन है हेमंत खंडेलवाल? जिसको मध्य प्रदेश बीजेपी ने बनाया नया प्रदेश अध्यक्ष

मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अपना नया नेतृत्व मिल गया है. बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल को निर्विरोध रूप से पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इसकी औपचारिक घोषणा 2 जुलाई 2025 को केंद्रीय मंत्री और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने भोपाल में की.

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Who is Hemant Khandelwal: मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अपना नया नेतृत्व मिल गया है. बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल को निर्विरोध रूप से पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इसकी औपचारिक घोषणा 2 जुलाई 2025 को केंद्रीय मंत्री और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने भोपाल में की.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, और अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे. धर्मेंद्र प्रधान ने हेमंत खंडेलवाल की सादगी और निष्ठा की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक गंभीर और समर्पित नेता हैं, जो सभी के साथ सामंजस्य बनाकर चलते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उन्हें शुभकामनाएं दीं.

राजनीतिक यात्रा का शानदार सफर

हेमंत खंडेलवाल का राजनीतिक करियर उनकी मेहनत और संगठन के प्रति निष्ठा का प्रतीक है. उन्होंने 2008 में बैतूल-हरदा लोकसभा उपचुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी. 2008-2009 तक वे सांसद रहे.

इसके बाद, 2010 से 2013 तक बैतूल जिला बीजेपी अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. 2013 से 2018 और फिर 2023 से वे बैतूल से विधायक हैं. संगठन में उनकी सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2014 से 2018 तक वे मध्य प्रदेश बीजेपी के कोषाध्यक्ष रहे.

संगठन में महत्वपूर्ण योगदान

खंडेलवाल ने बीजेपी संगठन में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं. 2019 में वे संगठन चुनाव के प्रदेश चुनाव अधिकारी रहे, जबकि 2021 में पश्चिम बंगाल और 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रवासी कार्यकर्ता और प्रभारी के रूप में सक्रिय रहे. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने प्रदेश संयोजक की भूमिका निभाई, जिसके परिणामस्वरूप बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतीं. वर्तमान में वे कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं.

हेमंत खंडेलवाल की नियुक्ति को 2028 के विधानसभा चुनावों के लिए रणनीतिक कदम माना जा रहा है. उनकी साफ-सुथरी छवि, संघ से गहरा जुड़ाव, और संगठनात्मक अनुभव उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त बनाते हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ उनकी निकटता संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करेगी.