दिल्ली-एनसीआर में स्कूल बंद? चिल्ड्रेन डे नहीं प्रदूषण की वजह से बदलता स्कूलिंग मोड

दिल्ली और गुरुग्राम में वायु प्रदूषण के कारण स्कूलों में पांचवीं कक्षा तक हाइब्रिड मोड शुरू हुआ. छात्र ऑफलाइन या ऑनलाइन पढ़ सकते हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आदेश से यह फैसला लिया गया. अन्य क्षेत्रों में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है.

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Courtesy: X (@satyawani_aman)

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आदेश दिया है कि शहर के स्कूलों में पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई आज से हाइब्रिड तरीके से चलेगी. यह फैसला वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए लिया गया है. आज 14 नवंबर शुक्रवार है और कक्षाएं सुबह से शुरू हो रही हैं. छात्रों को ऑफलाइन या ऑनलाइन क्लास चुनने की सुविधा मिलेगी. इससे बच्चों की सेहत पर असर कम होगा. प्रदूषण अभी गंभीर स्तर पर बना हुआ है. इसलिए यह कदम जरूरी समझा गया. स्कूल प्रबंधन इस व्यवस्था को लागू करने में जुटे हैं. अभिभावक अपने बच्चों की सुविधा के अनुसार फैसला ले सकते हैं.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को यह बात कही थी. उन्होंने बताया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण तीन के प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसके बाद प्राथमिक कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में चलाने का निर्णय हुआ. यह नियम सिर्फ पांचवीं कक्षा और उससे नीचे के बच्चों पर लागू है. ऊपरी कक्षाओं में सामान्य पढ़ाई जारी रहेगी. अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे स्कूल से सीधे संपर्क करें और नवीनतम जानकारी लें. इससे किसी तरह की असमंजस की स्थिति नहीं रहेगी.

गुरुग्राम में भी दिल्ली जैसी व्यवस्था

गुरुग्राम जिले में भी स्कूलों ने हाइब्रिड मोड अपनाया है. उपायुक्त ने 13 नवंबर को यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि प्रदूषण की वजह से बच्चों की सुरक्षा जरूरी है. घोषणा में कहा गया कि बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए और स्टेज-III (गंभीर वायु गुणवत्ता) के तहत वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के निर्देशों के अनुसार, गुरुग्राम जिले के सभी स्कूलों में कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए कक्षाएं अब हाइब्रिड मोड में ऑफलाइन और ऑनलाइन (जहां भी संभव हो) संचालित की जाएंगी. इस मोड में ऑनलाइन क्लास का विकल्प छात्रों और माता पिता के पास रहेगा. स्कूल जहां संभव हो वहां ऑनलाइन सुविधा देंगे. इससे बच्चों को घर बैठे पढ़ने का मौका मिलेगा.

हरियाणा के फरीदाबाद जिले में स्कूलों के बारे में कोई स्पष्ट सूचना नहीं है. इसी तरह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर यानी नोएडा में भी हाइब्रिड या ऑनलाइन क्लास की कोई व्यापक जानकारी नहीं मिली. इन क्षेत्रों के अभिभावक अपने स्थानीय स्कूलों से संपर्क करके सही स्थिति जान सकते हैं. दिल्ली एनसीआर के कई हिस्सों में प्रदूषण एक समान समस्या है. लेकिन फैसले जिला स्तर पर अलग अलग हो रहे हैं.

दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर

दिल्ली में वायु गुणवत्ता दिन प्रतिदिन खराब हो रही है. 13 नवंबर को सुबह आठ बजे कई जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक चार सौ से ऊपर दर्ज किया गया. यह गंभीर श्रेणी में आता है. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण तीन के बावजूद हालत नहीं सुधरी. पूरा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र प्रभावित है. धुंध और धुएं से सांस लेना मुश्किल हो रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाने वाहनों और उद्योगों से प्रदूषण बढ़ रहा है. सरकार कई कदम उठा रही है लेकिन अभी राहत नहीं मिली. बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह है.