Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लगभग 50 सार्वजनिक पार्क और पर्यटन स्थल को एहतियाती उपाय के तौर पर बंद कर दिए गए हैं. अज्ञात अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि कश्मीर में 87 सार्वजनिक पार्कों और उद्यानों में से 48 के गेट बंद कर दिए गए हैं, क्योंकि पर्यटक उन्हें खतरा मानते हैं.
सरकारी आदेश के ज़रिए औपचारिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इन पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला जमीनी स्तर पर लागू किया गया है, गेट बंद कर दिए गए हैं और कई लोकप्रिय स्थलों तक पहुंच अवरुद्ध कर दी गई है.
दक्षिण कश्मीर में कई मुगल गार्डन के कई स्थलों के दरवाज़े बंद कर दिए गए हैं. जम्मू कश्मीर सरकार का यह फैसला पहलगाम रिसॉर्ट के बैसरन मैदान में हुए आतंकवादियों हमले के बाद लिया गया है. कश्मीर में पर्यटन एक प्रमुख आर्थिक स्तंभ है, इसलिए यह बंद प्रतीकात्मक और वित्तीय दोनों ही दृष्टि से एक बड़ा झटका है. हालांकि, अधिकारी इस बात पर जोर दे रहें हैं कि स्थानीय लोगों और आगंतुकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. परमाणु हथियारों से लैस पड़ोसी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. पाकिस्तानी सेना ने 28-29 अप्रैल की रात को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बिना उकसावे के गोलीबारी जारी रखी, जिसमें कुपवाड़ा और बारामुल्ला जिलों के साथ-साथ अखनूर सेक्टर के इलाकों को निशाना बनाया गया. जो इस तरह की गोलीबारी का लगातार पांचवां दिन है.
कश्मीर हमले के बाद से नई दिल्ली और इस्लामाबाद ने एक-दूसरे के खिलाफ कई कदम उठाए हैं. भारत ने सिंधु जल संधि को खत्म कर दिया, वहीं पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइनों को अपने क्षेत्र में प्रतिबंधित कर दिया है. इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और सेना की तैयारियों के बारे में जानकारी दी. उनकी 40 मिनट की बैठक पाकिस्तानी सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई भारतीय चौकियों पर गोलीबारी करने के कुछ ही घंटों बाद हुई.