नेपाल ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का शुल्क बढ़ाकर 15,000 अमेरिकी डॉलर किया

नेपाल सरकार ने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी, माउंट एवरेस्ट, पर चढ़ने के लिए शुल्क में बड़ी वृद्धि की घोषणा की है. अब एवरेस्ट पर चढ़ने का शुल्क 15,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 11 लाख रुपये) किया गया है, जो पहले 11,000 अमेरिकी डॉलर के आसपास था.

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Courtesy: social media

Kathmandu: नेपाल सरकार ने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी, माउंट एवरेस्ट, पर चढ़ने के लिए शुल्क में बड़ी वृद्धि की घोषणा की है। अब एवरेस्ट पर चढ़ने का शुल्क 15,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 11 लाख रुपये) किया गया है, जो पहले 11,000 अमेरिकी डॉलर के आसपास था। इस बदलाव का उद्देश्य पर्वतारोहण के पर्यावरणीय प्रभावों को कम करना और नेपाल की अर्थव्यवस्था में योगदान बढ़ाना है. 

नई शुल्क संरचना का उद्देश्य

नेपाल सरकार ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का शुल्क बढ़ाने का निर्णय पर्यावरण संरक्षण और पर्वतारोहण गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए लिया है. सरकार का मानना ​​है कि इस कदम से केवल गंभीर और जिम्मेदार पर्वतारोहियों को एवरेस्ट पर चढ़ने का अवसर मिलेगा, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या को भी कम किया जा सकेगा. इसके अलावा, इस निर्णय से सरकार को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा, जिसे पर्वतारोहण क्षेत्रों में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास में निवेश किया जाएगा.

पर्वतारोहण का बढ़ता प्रभाव

माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, पिछले कुछ वर्षों में पर्वतारोहियों की संख्या में इज़ाफा हुआ है, जिससे पर्वत के वातावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. कचरे का ढेर और बढ़ती भीड़-भाड़ ने पर्वतारोहण गतिविधियों को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। सरकार का मानना ​​है कि शुल्क बढ़ाने से इस गतिविधि में भाग लेने वाले पर्वतारोहियों की संख्या में कमी आएगी और यह पर्वत और उसके आसपास के पर्यावरण को संरक्षित रखने में मदद करेगा.

क्या बदलेंगे नियम?

इस नई नीति के तहत, अब केवल पेशेवर और अनुभव वाले पर्वतारोहियों को एवरेस्ट पर चढ़ने का अवसर मिलेगा. इसके साथ ही, पर्वतारोहियों को बर्फ और बर्फीले क्षेत्रों में सुरक्षा और पर्यावरणीय मुद्दों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी. नई शुल्क संरचना में केवल विदेशी पर्वतारोहियों पर लागू होगा, जबकि नेपाली पर्वतारोहियों के लिए शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की गई है.नेपाल का यह कदम माउंट एवरेस्ट के साथ-साथ अन्य पर्वतारोहण स्थलों पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. शुल्क वृद्धि के बावजूद, नेपाल को यह उम्मीद है कि यह कदम उसकी पर्वतारोहण पर्यटन को और बेहतर बनाएगा और पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ स्थानीय समुदायों को भी लाभ पहुंचेगा.

माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का शुल्क बढ़ाकर 15,000 अमेरिकी डॉलर करने का निर्णय नेपाल सरकार का एक साहसिक कदम है, जो पर्यावरणीय संरक्षण और बुनियादी ढांचे के सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण होगा। हालांकि, यह शुल्क वृद्धि पर्वतारोहियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, लेकिन यह माउंट एवरेस्ट के पर्यावरणीय और सामाजिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करेगा.

(इस खबर को सलाम हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)