UP Assembly Elections: उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया जारी है और इसी बीच समाजवादी पार्टी ने चुनावी तैयारी को लेकर बड़ा कदम उठाया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी से टिकट की दावेदारी तभी मजबूत होगी, जब नेता अपने क्षेत्र में सक्रिय रहकर वोट कटने से रोकने में अहम भूमिका निभाएंगे. अगर किसी की लापरवाही से समर्थक मतदाताओं के नाम सूची से कटे पाए गए, तो ऐसे नेता को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलेगा.
गांव-गांव जाकर समर्थकों को जागरूक करने के निर्देश
अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे बूथ स्तर पर जाकर लोगों को एसआईआर की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करें और गणना पत्र भरवाने में मदद करें. उन्होंने कहा कि पार्टी ने एसआईआर के लिए पीडीए प्रहरी नियुक्त किए हैं, लेकिन नेताओं को भी सीधे जमीन पर जाकर निगरानी करनी होगी.
यूपी में पहले से अलर्ट मोड
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली हार का हवाला देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि SIR के दौरान मतदाताओं के नाम कटने से चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकते हैं. इसलिए यूपी में सपा इस बार शुरुआत से ही अलर्ट मोड में है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जो नेता अपने क्षेत्र में सक्रिय रहकर एक भी वोट कटने से बचाएंगे, उनकी 2024 और आगे की दावेदारी और मजबूत होगी.
नेताओं के काम की बनेगी पूरी रिपोर्ट
सपा अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक नेता पर निगरानी रखी जाएगी. यह रिपोर्ट तैयार होगी कि उन्होंने कितने लोगों को जागरूक किया, कितने गणना पत्र भरवाए, और कितने मतदाता नाम कटने से बचाए गए. इसी रिपोर्ट के आधार पर टिकट के लिए पात्रता तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि “वोट बचाने का काम ही आपकी संगठन और जनता के प्रति जिम्मेदारी साबित करेगा.”
जिलावार बैठकों और प्रशिक्षण सत्रों का दौर जारी
समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में एसआईआर को लेकर लगातार मीटिंग कर रही है. जिलावार नेताओं की बैठकें हो रही हैं जहां उन्हें गणना पत्र भरने, एसआईआर की प्रक्रिया समझने, और कोर वोट बैंक को सुरक्षित रखने के तरीकों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अखिलेश यादव ने कहा कि हर बूथ और हर ब्लॉक पर मौजूद कार्यकर्ता इस अभियान की रीढ़ होंगे.
टिकट की चाह रखने वाले नेताओं से अखिलेश यादव ने साफ कहा है कि वे अपने क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहें, लोगों से जुड़ें और मतदाता सूची संशोधन में पूरी जिम्मेदारी निभाएं. जो नेता मैदान में मेहनत दिखाएंगे, उनके टिकट की दावेदारी को प्राथमिकता दी जाएगी.