विंटर सेशन के दूसरे सप्ताह की शुरुआत एक महत्वपूर्ण चर्चा से होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित विशेष बहस का आगाज़ करेंगे. यह बहस 8 घंटे चलेगी और पूरे वर्ष चलने वाले इस स्मृति उत्सव का अहम हिस्सा है.
इस गीत को बंकिम चंद्र चटर्जी ने लिखा था, जबकि जदुनाथ भट्टाचार्य ने इसे सुरों में पिरोया था. संसद में इस विषय पर होने वाली व्यापक चर्चा का उद्देश्य युवाओं और आम नागरिकों को राष्ट्रगीत के इतिहास और महत्व से अवगत कराना है.
जानकारी के अनुसार, चर्चा की शुरुआत लोकसभा में होगी, जहां PM मोदी भाषण देंगे. मंगलवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बहस के शुरुआती वक्ता होंगे. अधिकारियों का कहना है कि इस चर्चा के दौरान ‘वंदे मातरम’ से जुड़ी कई अनजानी, ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण बातें देश के सामने आएंगी.
पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी TMC इस बहस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही है. लोकसभा में महुआ मोइत्रा और काकोली घोष दस्तीदार पार्टी की ओर से बोलेंगी. राज्यसभा में सुखेंदु शेखर रॉय और रीताब्रत बनर्जी पार्टी का पक्ष रखेंगे. एक वरिष्ठ TMC नेता ने बताया कि पार्टी बहस को और प्रभावी बनाने के लिए बंगाल के ऐतिहासिक योगदान को प्रमुखता से पेश करेगी.
कांग्रेस की ओर से लोकसभा में पार्टी के डिप्टी लीडर गौरव गोगोई बोलेंगे. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे मुख्य वक्ता होंगे. कुछ दिन पहले PM मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि 1937 में पार्टी ने ‘वंदे मातरम’ की कुछ पंक्तियां हटाकर लोगों में विभाजन की राह बनाई.लोकसभा में मंगलवार को चुनाव सुधारों पर विशेष चर्चा की जाएगी. इसमें वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) सहित कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर विमर्श होगा. सूचना है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस बहस में हिस्सा लेंगे.