Vice President resignation: उपराष्ट्रपति के अचानक इस्तीफे ने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया है. सूत्रों के अनुसार, इस इस्तीफे के पीछे कई अनकही कहानियाँ छिपी हैं, जिनमें अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात, मंत्रियों के साथ विवाद और राष्ट्रपति भवन में अप्रत्याशित दौरे शामिल हैं. धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए सोमवार रात 9 बजे के आसपास अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा, जिसे मंगलवार को स्वीकार कर लिया गया.
जेडी वेंस के साथ मुलाकात का विवाद
सूत्रों के मुताबिक, जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर आए, धनखड़ ने उनके साथ बैठक की इच्छा जताई, यह कहते हुए कि वेंस उनके समकक्ष हैं. हालांकि, एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ने फोन पर धनखड़ को सूचित किया कि वेंस राष्ट्रपति ट्रंप का संदेश प्रधानमंत्री मोदी के लिए लाए हैं, जिससे धनखड़ की यह इच्छा अधूरी रह गई. यह घटना उनके और सरकार के बीच तनाव का एक कारण बनी.
खबरों के अनुसार, धनखड़ ने मंत्रियों के कार्यालयों में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की तस्वीरों के साथ अपना चित्र लगाने की मांग की थी. इसके अलावा, उन्होंने अपनी आधिकारिक वाहन श्रृंखला को मर्सिडीज कारों में बदलने के लिए दबाव डाला, जिसे सरकार ने ठुकरा दिया.
राष्ट्रपति भवन में दौरा
राष्ट्रपति के स्टाफ को उनकी अचानक उपस्थिति से हड़बड़ी हुई. राष्ट्रपति को तैयार होने में समय लगा, जिसके कारण धनखड़ को 25 मिनट इंतजार करना पड़ा. इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा, यह उम्मीद करते हुए कि सरकार उन्हें मनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
विपक्ष का हंगामा
कांग्रेस ने दावा किया कि स्वास्थ्य कारण केवल बहाना है, और इसके पीछे गहरी सियासी साजिश है. सपा नेता अखिलेश यादव ने पूछा कि बीजेपी ने उनके हालचाल क्यों नहीं लिया, जबकि ममता बनर्जी ने उनके स्वास्थ्य को ठीक बताया.