Bengal Waqf Act Protests: वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में चल रहा प्रदर्शन रविवार को और भी ज्यादा बढ़ गया, खासकर मर्शिदाबाद में सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. इतना ही नहीं इस हिंसा में कई लोगों के जान जाने की भी खबर है. मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएसएफ ने राज्य पुलिस के अभियान में सहयोग के लिए पांच कंपनियां तैनात की हैं.
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शनिवार को बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था. अदालत की ओर से इस बात पर जोर दिया गया था कि संवैधानिक न्यायालय आंखें मूंदकर नहीं बैठ सकते हैं. जिसके बाद राज्य में केंद्रीय सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
मुर्शिदाबाद जिले के सुती, समसेरगंज और जंगीपुर में हिंसा के कई मामले सामने आए हैं. जिसमें झड़पों, पथराव और वाहनों को आग लगाने की घटनाओं के बाद कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. हालांकि इस हिंसा को भड़काने के आरोप में लगभगग 150 से लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन वक्फ विरोधी प्रदर्शनों वाले इलाके में पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. राज्य में यह विरोध वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को लेकर हुआ है. जिसे राज्यसभा और लोकसभा दोनों में पारित होने के बाद 8 अप्रैल को लागू कर दिया गया. राज्य में बढ़ती हिंसा का हवाला देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को घोषणा की कि वक्फ अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा.
सीएम बनर्जी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि याद रखें, हमने वह कानून नहीं बनाया है जिस पर कई लोग भड़के हुए हैं. इसका जवाब केंद्र सरकार से मांगा जाना चाहिए. हमने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि हम इस कानून का समर्थन नहीं करते हैं. राज्य में विरोध प्रदर्शनों के कारण सड़कें जाम हो गईं. साथ ही ट्रेन और अन्य परिवहन सेवाएं भी बाधित हुईं है. मुर्शिदाबाद के कई हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और आगे की स्थिति को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. वहीं पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इस कानून का खुले दिल से स्वागत किया है. वहीं राज्य में बढ़ते आक्रोश को लेकर कहा कि राज्य में हिंदू समुदाय सुरक्षित नहीं है.