Air India flight: 14 जून 2025 को दिल्ली से वियना जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-187 में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद बोइंग 777 (VT-ALJ) विमान अचानक 900 फीट नीचे गिर गया.
यह घटना इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह 2:56 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद हुई. कॉकपिट में 'स्टिक शेकर' और 'डोन्ट सिंक' अलर्ट्स बार-बार बजने लगे, जो विमान के स्टॉल और खतरनाक रूप से नीचे आने की चेतावनी थे. उस समय दिल्ली में तेज तूफान और खराब मौसम की स्थिति थी.
पायलटों की सूझबूझ से टला हादसा
पायलटों ने तत्काल स्थिति को संभाला और विमान को स्थिर कर उड़ान जारी रखी. एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि पायलटों ने खराब मौसम के बावजूद तुरंत कदम उठाए और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की.
हालांकि, यह घटना अहमदाबाद में 12 जून को हुए भयानक विमान हादसे के मात्र 38 घंटे बाद हुई, जिसमें 270 लोगों की जान चली गई थी, जिसने सुरक्षा चिंताओं को और गंभीर कर दिया.
DGCA की सख्ती
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना को गंभीरता से लिया और तत्काल जांच शुरू की. फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से डेटा निकाला गया, और दोनों पायलटों को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया. DGCA ने एयर इंडिया के सिक्योरिटी हेड को स्पष्टीकरण के लिए तलब किया है.
साथ ही, 23 जून से गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्यालय में ऑपरेशंस, शेड्यूलिंग और क्रू रोस्टरिंग की गहन ऑडिट शुरू की गई है. यह घटना एयर इंडिया की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर सवाल उठाती है, खासकर हाल के रखरखाव लापरवाहियों और तकनीकी खामियों के बाद. जांच में मौसम, यांत्रिक खराबी या पायलट त्रुटि जैसे कारणों की पड़ताल हो रही है.