Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को बिहार के अररिया में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. गांधी ने कहा कि यह प्रक्रिया गरीबों के वोट चुराने का एक सुनियोजित तरीका है. उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ साजिश बताया.
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के काम पर एकबार फिर सवाल उठाया. उन्होंने तंज कसते हुए इसे 'चुनावी चूक' करार दिया. गांधी ने दावा किया कि एसआईआर प्रक्रिया असंवैधानिक है. इसका मकसद बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले गरीब और हाशिए पर रहने वाले लोगों को वोट देने से रोकना है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पहले सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण कर चुकी है. अब वह गरीबों के मताधिकार पर हमला कर रही है.
कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि इंडिया ब्लॉक बिहार में इस साजिश को कामयाब नहीं होने देगा. उन्होंने कहा कि संविधान के मुताबिक हर एक नागरिक का समान हक है. एसआईआर इसका उल्लंघन है. गांधी ने बिहार की जनता से अपील की कि वे विधानसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों को सबक सिखाएं. उन्होंने विश्वास जताया कि जनता इस अन्याय का जवाब वोट से देगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने निजीकरण के जरिए गरीबों और युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते बंद कर दिए. अब वह लोकतांत्रिक अधिकारों को भी कमजोर कर रही है. गांधी ने कहा कि पहले नौकरियां छीनीं, अब वोट छीनने की कोशिश हो रही है. यह गरीबों के खिलाफ साजिश है.
राहुल गांधी की यह टिप्पणी 'मतदाता अधिकार यात्रा' के तहत आई, जो 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई. यह 1,300 किलोमीटर लंबी यात्रा 16 दिनों में बिहार के 20 से अधिक जिलों से होकर गुजरेगी. इसका समापन 1 सितंबर को पटना में एक विशाल रैली के साथ होगा. इस यात्रा का मकसद लोगों को उनके मताधिकार के प्रति जागरूक करना और सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना है. राहुल गांधी ने बिहार की जनता से एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यह समय लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने का है. गांधी ने जोर दिया कि बिहार के लोग इस अन्याय के खिलाफ खड़े होंगे और अपने वोट की ताकत से जवाब देंगे.