भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई गई. गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता दिवस का मुख्य समारोह हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह आठ बजे वहां पहुंचकर पूजा अर्चना की और सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई. यह दिन भारत की एकता और अनुशासन का प्रतीक बन गया.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है जो 182 मीटर ऊंची है. यह जगह अब राष्ट्रीय गौरव का केंद्र बन चुकी है. हर साल यहां लाखों लोग आते हैं और सरदार पटेल के योगदान को याद करते हैं. इस बार 150वीं जयंती होने से समारोह और भी खास हो गया.
समारोह में एकता परेड का उद्घाटन हुआ. इसमें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. फ्लैग मार्च हुआ. इस पूरी परेड महिला अधिकारियों ने संचालित की. ये टुकड़ियां पुरस्कार जीत चुकी हैं. पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान शामिल हुए.
राष्ट्रीय कैडेट कोर के बच्चे भी परेड में चले. महिलाओं ने शस्त्र अभ्यास दिखाया. राष्ट्रीय कैडेट कोर ने अपना शो पेश किया. विभिन्न राज्यों की झांकियां निकलीं. सशस्त्र बलों ने अपनी ताकत दिखाई, स्कूलों के बैंड ने संगीत बजाया. संस्कृति मंत्रालय ने सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया. अंत में भारतीय वायु सेना ने एयर शो किया और समारोह का समापन हुआ.
प्रधानमंत्री मोदी ने परेड और कार्यक्रमों के बाद जनसमूह को संबोधित किया. इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई. यह शपथ पूरे देश में ली गई. मोदी ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि वे राष्ट्र की एकता के पीछे मुख्य शक्ति थे. समारोह से पहले मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उनकी पोस्ट में लिखा था कि भारत सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने एकता नगर में सरदार पटेल के परिवार से मुलाकात की. सरदार के पोते गौतम पटेल अपनी पत्नी नंदिता के साथ आए. उनके बेटे केदार और बहू रीना भी मौजूद थे. पोती करीना ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया.