मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू, सीएम बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को दिया था इस्तीफा

मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है, जो राज्य की बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे पहले, 9 फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनका इस्तीफा मणिपुर में करीब दो साल से चल रही जातीय हिंसा और तनाव के बाद आया है.

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Courtesy: social media

President rule in Manipur: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है, जो राज्य की बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे पहले, 9 फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनका इस्तीफा मणिपुर में करीब दो साल से चल रही जातीय हिंसा और तनाव के बाद आया है.

राज्य में जातीय हिंसा के कारण इस्तीफा

मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का इस्तीफा मणिपुर में बढ़ते जातीय संघर्षों और हिंसा के बीच हुआ, जिसने राज्य की स्थिति को बेहद गंभीर बना दिया था. इस हिंसा ने मणिपुर के विभिन्न समुदायों के बीच तनाव और संघर्ष को बढ़ाया, जिससे राज्य में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. 

राष्ट्रपति शासन के बाद मणिपुर की राजनीति में नया मोड़

राष्ट्रपति शासन के तहत, राज्य के मामलों की देखरेख केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी. यह कदम मणिपुर के प्रशासन में स्थिरता लाने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है. बीरेन सिंह के इस्तीफे और राष्ट्रपति शासन के लागू होने के बाद, राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, जिससे आने वाले दिनों में विभिन्न राजनीतिक दलों और राज्य सरकार के फैसलों पर असर पड़ेगा.

मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद, राज्य में राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद है। बीरेन सिंह के इस्तीफे और केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर राज्य और देशभर में बहस जारी है. राज्य में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.