Operation Sindoor: भारत पाकिस्तान तनाव के बीच राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुखों के साथ की बैठक, महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा

'ऑपरेशन सिंदूर' और पाकिस्तानी हमलों को नाकाम करने की भारत की त्वरित कार्रवाई ने देश की सैन्य ताकत और संकल्प को प्रदर्शित किया. रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा. यह स्थिति दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा सकती है, लेकिन भारत की सतर्कता और रणनीतिक तैयारी अटल है.

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Courtesy: Social Media

Rajnath Singh Meeting with Chiefs of Armed Forces: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा की व्यापक समीक्षा की. यह बैठक पाकिस्तान के भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिशों को नाकाम करने के अगले दिन हुई.

रक्षा मंत्रालय की हाई कमीशन बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख और नौसेना प्रमुख शामिल हुए. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उभरती सुरक्षा चुनौतियों के हर पहलू पर गहन चर्चा हुई. 

पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में आम नागरिकों को मारे जाने की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव को चरम पर पहुंच गया है. इसके जवाब में भारत ने बुधवार के तड़के ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर सहित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए. इस कार्रवाई ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को गहरा झटका दिया. गुरुवार रात पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और अन्य क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइलों से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया. अखनूर, सांबा, बारामुल्ला और कुपवाड़ा में सायरन और विस्फोटों की आवाजें गूंजीं. 

रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी

भारतीय सेना ने रातभर हवाई निगरानी तेज की. रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों को मानक संचालन प्रक्रियाओं के तहत गतिज और गैर-गतिज क्षमताओं से तुरंत निष्प्रभावी किया गया, कोई हताहत या नुकसान नहीं हुआ. हालांकि पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले के जवाब में पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए वहां के कई लड़ाकू विमानों पर हमला किया है. हालांकि अभी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है, आने वाले समय में किसी भी समय दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है.