कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद मणिकम टैगोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि दोनों नेताओं ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह पर दबाव डालकर उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया. टैगोर का कहना है कि यह राजनीतिक दबाव का हिस्सा था, जो बीजेपी के अंदर की राजनीतिक लड़ाई का परिणाम है.
बीरेन सिंह का इस्तीफा: कांग्रेस का आरोप
मणिकम टैगोर ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, "प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने राजनीतिक दबाव बनाकर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया. यह साफ है कि बीजेपी में आंतरिक संकट चल रहा था, और सत्ता के बीच की लड़ाई ने बीरेन सिंह को त्यागपत्र देने पर विवश कर दिया." उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के भीतर की गुटबाजी और पार्टी की अस्थिरता ने मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने की स्थिति में पहुंचा दिया.
बीजेपी के भीतर घमासान
मणिकपुर में बीजेपी के भीतर राजनीतिक संकट पहले से ही स्पष्ट था, और कई महीने से बीरेन सिंह के नेतृत्व को लेकर असंतोष की खबरें आ रही थीं. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी नेताओं के बीच आपसी खींचतान और राज्य में पार्टी के भीतर बढ़ती असहमति ने बीरेन सिंह को अस्थिर कर दिया था. मणिकम टैगोर का मानना है कि पीएम मोदी और अमित शाह के दबाव में सीएम बीरेन सिंह को इस्तीफा देना पड़ा, जो कि बीजेपी के आंतरिक राजनीति का परिणाम था.
राजनीतिक विश्लेषक क्या कहते हैं?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी के नेतृत्व में होने वाले इस तरह के बदलाव अक्सर पार्टी की आंतरिक असमर्थता और विरोधाभासों को उजागर करते हैं. हालांकि, इस बार आरोपों के बावजूद बीजेपी ने आधिकारिक रूप से इस बात का खंडन किया है और कहा है कि बीरेन सिंह ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है.
मणिकम टैगोर के आरोपों ने मणिपुर के राजनीतिक परिदृश्य में नया विवाद खड़ा कर दिया है. अब देखना यह होगा कि बीजेपी इस मामले पर क्या रुख अपनाती है और क्या मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे की वजहें कभी पूरी तरह से साफ हो पाती हैं. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी में सत्ता संघर्ष के चलते इस तरह का निर्णय लिया गया, जबकि बीजेपी इस आरोप को सिरे से नकार रही है.