Delhi to Srinagar flight: मोदी सरकार ने एक बार फिर अपनी कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों को सुरक्षित भारत वापस लाने में सफलता हासिल की. इस अभूतपूर्व निकासी अभियान के तहत, सभी छात्र दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरे.
एक सराहनीय प्रयास
मोदी सरकार ने सभी बाधाओं को पार करते हुए ईरान में अस्थिर परिस्थितियों के बीच फंसे कश्मीरी छात्रों को बचाने के लिए त्वरित कार्रवाई की. विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास ने दिन-रात काम कर इस मिशन को अंजाम दिया. छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. एक छात्रा ने कहा, “हम मोदी जी के इस प्रयास के लिए आभारी हैं, लेकिन दिल्ली से श्रीनगर की यात्रा के लिए और बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए थी.”
दिल्ली से श्रीनगर के लिए उड़ान
दिल्ली पहुंचने के बाद छात्रों को JK SRTC बसों से श्रीनगर जाने की व्यवस्था की गई थी, जिस पर कुछ छात्रों ने असंतोष जताया. एक छात्रा ने पूछा, “हम टिकट का खर्च वहन नहीं कर सकते. क्या SRTC बसें ही एकमात्र विकल्प हैं? सरकार ने दिल्ली से श्रीनगर तक उड़ानें क्यों नहीं व्यवस्थित कीं?” छात्रों का कहना है कि उड़ानों की व्यवस्था उनकी यात्रा को अधिक सुगम और सुरक्षित बनाती.
सरकार का क्या है पक्ष
अधिकारियों का कहना है कि निकासी अभियान के तहत प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित भारत लाने की थी. JK SRTC बसों की व्यवस्था लागत प्रभावी और त्वरित समाधान थी. हालांकि, छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए भविष्य में ऐसी व्यवस्थाओं पर विचार किया जा सकता है.
यह निकासी अभियान मोदी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है. फिर भी, छात्रों की मांगें सरकार के लिए एक सबक हैं कि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों में और व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं.