चारधाम यात्रा में टूटे कई रिकॉर्ड! श्रद्धालुओं की संख्या ने पार किया 41 लाख का आंकड़ा

भारी बारिश, भूस्खलन और मौसम की चुनौतियों को परास्त करते हुए श्रद्धालुओं की अटूट आस्था ने इस यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया. 

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Chardham Yatra 2025: बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए अब तक 41 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं. भारी बारिश, भूस्खलन और मौसम की चुनौतियों को परास्त करते हुए श्रद्धालुओं की अटूट आस्था ने इस यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया. 

रिकॉर्ड तोड़ती तीर्थयात्रियों की संख्या

चारधाम यात्रा नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार के अनुसार, 30 अप्रैल 2025 से शुरू हुई यह यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. इस वर्ष मई, जून और जुलाई में तीर्थयात्रियों की संख्या में पिछले साल की तुलना में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई.

आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • मई 2025: 18,38,464 तीर्थयात्री  
  • जून 2025: 18,64,583 तीर्थयात्री  
  • जुलाई 2025: 33,20,500 तीर्थयात्री

धाम-वार आंकड़े इस प्रकार हैं:  

  • बद्रीनाथ: 11,99,440  
  • केदारनाथ: 14,29,502  
  • गंगोत्री: 6,61,057  
  • यमुनोत्री: 5,79,200  
  • हेमकुंड साहिब: 2,21,497

चुनौतियों पर आस्था की जीत

मॉनसून के दौरान उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन ने यात्रा को कठिन बनाया, लेकिन श्रद्धालुओं का जोश अडिग रहा. गंगवार ने बताया कि सुगम पंजीकरण प्रक्रिया और बेहतर प्रबंधन ने यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाया. रोजाना 2,000 से अधिक तीर्थयात्री ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर के ऑफलाइन केंद्रों पर पंजीकरण करा रहे हैं. 

उत्तराखंड का गौरव

चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. श्रद्धालु आधिकारिक वेबसाइट या ‘Tourist Care Uttarakhand’ ऐप के माध्यम से आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. ऑफलाइन केंद्रों पर भी यह सुविधा उपलब्ध है. चेकपॉइंट्स पर यात्री पास और क्यूआर कोड की जांच सुनिश्चित की जाती है.

चारधाम यात्रा 2025 ने उत्तराखंड के धार्मिक और पर्यटन महत्व को विश्व पटल पर उजागर किया है. यह यात्रा नवंबर तक जारी रहेगी. अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पंजीकरण और सुरक्षा नियमों का पालन करें.