बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा महागठबंधन , बैठक में फैसला फाइनल

बिहार विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ महीने का समय बचा है. इसी बाच शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में महा गठबंधन की अहम बैठक रखी गई थी. जिसमें यह फैसला लिया गया कि विपक्षी गठबंधन बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिसकी कमान राजद नेता तेजस्वी यादव के हाथों में होगा.

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Courtesy: Social Media

Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. ृ पटना में शनिवार को हुई महागठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने ऐलान किया कि इंडिया ब्लॉक बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर एकजुट होकर एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ेगा.

बिहार चुनाव के लिए तैयार हुए इस गठबंधन में राजद, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई (एमएल), सीपीएम और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं. यह सभी पार्टियां मिलकर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली पार्टी बीजेपी को टक्कर देगी.

एनडीए को हराने के लिए प्रतिबद्ध

संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में झा ने कहा कि हमारा गठबंधन मजबूत है. हम बूथ स्तर तक समन्वय के साथ एनडीए को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. झा ने 20 मई को प्रस्तावित देशव्यापी कर्मचारी हड़ताल का समर्थन करने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा, “यह हड़ताल मजदूरों के अधिकारों को राष्ट्रीय मंच पर लाएगी. इंडिया ब्लॉक इसके साथ एकजुटता दिखाएगा. गठबंधन के नेतृत्व को लेकर अटकलों को खारिज करते हुए झा ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी के चेहरे को लेकर कोई असहमति नहीं है. उचित समय पर सभी घोषणाएं होंगी. हमारा गठबंधन पूरी तरह एकजुट है.

जाति जनगणना पर क्या है महागठबंधन की राय?

जाति जनगणना के मुद्दे पर झा ने कहा कि जाति जनगणना पहले भी जरूरी थी और आज भी उतनी ही प्रासंगिक है. हम इस मांग को तब तक उठाते रहेंगे, जब तक यह पूरी नहीं होती. साथ ही, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि साझा किए गए आंकड़े सटीक हों. साथ ही उन्होंने हाल की आतंकी घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा पर राजद के सख्त रुख को दोहराया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति स्पष्ट है. ऐसी घटनाओं पर हम ‘कोई समझौता नहीं’ की नीति अपनाते हैं. यह बैठक बिहार में विपक्षी दलों के बीच एकता और जमीनी स्तर पर लामबंदी को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. आगामी विधानसभा चुनावों से पहले महागठबंधन का यह एकजुट प्रदर्शन एनडीए के लिए बड़ी चुनौती पेश कर सकता है. गठबंधन की रणनीति और समन्वय बिहार की सियासत में नया रंग लाने की तैयारी में है.