‘राष्ट्र निर्माण की पहली सीढ़ी मतदान’, मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार ग्रहण करने के बाद ज्ञानेश कुमार ने कही ये बात

बुधवार को ज्ञानेश कुमार ने भारत के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया. उन्होंने नागरिकों को संदेश देते हुए कहा कि निर्माण की पहली सीढ़ी मतदान है और 18 वर्ष से अधिक आयु के हर नागरिक को मतदाता बनकर अपने वोट का उपयोग करना चाहिए.

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बुधवार को ज्ञानेश कुमार ने भारत के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया. उन्होंने नागरिकों को संदेश देते हुए कहा कि निर्माण की पहली सीढ़ी मतदान है और 18 वर्ष से अधिक आयु के हर नागरिक को मतदाता बनकर अपने वोट का उपयोग करना चाहिए.

नए कानून के तहत पहले सीईसी बने ज्ञानेश कुमार

केंद्र सरकार ने सोमवार को उनके नियुक्ति की घोषणा की थी और वे नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त बने हैं. उन्होंने राजीव कुमार की जगह ली, जिन्होंने मंगलवार को अपना कार्यकाल पूरा किया. ज्ञानेश कुमार के साथ चुनाव आयोग में सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी चुनाव आयुक्त के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे. हाल ही में विवेक जोशी को इस पद पर नियुक्त किया गया है.

केंद्रीय और राज्य सरकार में रहा लंबा अनुभव

1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार का प्रशासनिक क्षेत्र में व्यापक अनुभव है. इससे पहले, वे चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय में पांच वर्ष तक सेवाएं दीं. मई 2016 से सितंबर 2018 तक संयुक्त सचिव और फिर सितंबर 2018 से अप्रैल 2021 तक अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्य किया.

अनुच्छेद 370 हटाने में अहम भूमिका

ज्ञानेश कुमार 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य के पुनर्गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को तैयार करने में अहम जिम्मेदारी निभाई थी. इसके अलावा वे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना से भी जुड़े रहे हैं.

शिक्षा और विशेषज्ञता

ज्ञानेश कुमार ने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उन्होंने आईसीएफएआई से बिजनेस फाइनेंस और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका से पर्यावरण अर्थशास्त्र की पढ़ाई भी की है.