Group Captain Shubhanshu Shukla: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की अपनी ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर पृथ्वी पर वापसी की है. भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में उनकी इस उपलब्धि ने पूरे राष्ट्र को गौरवान्वित किया है. उनके समर्पण, साहस और अग्रणी भावना ने एक अरब सपनों को प्रेरणा दी है. यह उपलब्धि भारत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन-गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है.
गगनयान मिशन: भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षा
गगनयान मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना है. शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी ने इस मिशन की तैयारियों को और मजबूती प्रदान की है. उनकी यात्रा ने न केवल तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित किया, बल्कि युवाओं को विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में प्रेरित भी किया है.
Welcome back to Earth!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 15, 2025
ऐतिहासिक #AxiomMission4 को सकुशल संपन्न कर सफल वापसी पर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला जी व उनकी टीम को हार्दिक बधाई!
आपकी उपलब्धि साहस, समर्पण और विज्ञान के प्रति संकल्प का गौरवपूर्ण प्रतीक है। आज हर भारतीय, विशेषकर उत्तर प्रदेश वासी गौरवान्वित है।
भारत… pic.twitter.com/rlHYWSXKZh
राष्ट्र की ओर से स्वागत
शुभांशु शुक्ला की वापसी पर पूरे देश ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया है. उनकी इस उपलब्धि ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में एक मजबूत स्थान दिलाया है. यह मिशन न केवल तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि भारत की एकता और दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है.
शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक नया अध्याय है. गगनयान मिशन के साथ, भारत जल्द ही स्वदेशी तकनीक के साथ मानव को अंतरिक्ष में भेजने वाला देश बन जाएगा. यह उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है.