Jagannath Yatra: जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान अहमदाबाद उस समय हड़कंप मच गया, जब जुलूस में शामिल कुछ हाथी अपना नियंत्रण खो बैठें. समाचार एजेंसी पीटीआई के एक वीडियो में दिखाया गया कि बेकाबू हाथी भीड़ की ओर बढ़ रहे थे, जिससे भक्त और आसपास के लोग संकरी गलियों में भागने को मजबूर हो गए. इस हादसे में कम से कम दो लोग घायल हुए हैं.
रथ यात्रा के दौरान एक सजाया हुआ हाथी अचानक अपने समूह से अलग हो गया और विपरीत दिशा में भागने लगा. इसके बाद एक-दो अन्य हाथी भी निर्धारित मार्ग से भटक गए. इससे चारदीवारी वाले शहर की तंग गलियों में अफरा-तफरी मच गई. वीडियो फुटेज में महावतों को हाथियों को नियंत्रित करने की कोशिश करते देखा गया, लेकिन भीड़ में घबराहट फैल चुकी थी.
अहमदाबाद की जगन्नाथ रथ यात्रा देश की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक है. इस साल जुलूस 16 किलोमीटर का रास्ता तय करेगा. इस रैली में 18 हाथी और लगभग 100 ट्रक और कई सारी भजन मंडलियां भी शामिल है. कई ट्रकों को सांस्कृतिक और धार्मिक थीम वाली झांकियों से सजाया जाता है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र होती हैं. हर साल लाखों लोग भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की एक झलक पाने के लिए यहां जुटते हैं.
VIDEO | Gujarat: Chaos erupted during the Jagannath Rath Yatra in Ahmedabad as elephants went out of control and trampled people. Further details awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) June 27, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/sEIiYhXmt6
भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस साल कई कदम उठाए गए हैं. अधिकारियों ने पूरे मार्ग पर 23 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है. पहली बार, भगदड़ जैसी स्थिति को रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित निगरानी प्रणाली का उपयोग किया गया. यह प्रणाली वास्तविक समय में भीड़ की गतिविधियों पर नजर रखती है और संभावित खतरों की पहचान करती है. सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, यह तकनीक भक्तों की सुरक्षा को और मजबूत करने में मदद करेगी. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए. अधिकारियों ने भक्तों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. इस घटना ने रथ यात्रा जैसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधों की महत्ता को फिर से रेखांकित किया है.