दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे और प्रदूषण की दोहरी मार, ठंड के कारण लोगों की बढ़ रही परेशानी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सर्दी का कहर जारी है. घना कोहरा और बढ़ता वायु प्रदूषण लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है.

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Courtesy: X (@Asif07077)

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सर्दी का कहर जारी है. घना कोहरा और बढ़ता वायु प्रदूषण लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली-एनसीआर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें सुबह और शाम के समय मध्यम से घने कोहरे की चेतावनी दी गई है. इससे दृश्यता कम होने और ठंडे दिन की स्थिति बने रहने की आशंका है.

आईएमडी के अनुसार, आने वाले दिनों में सुबह के घंटों में घना कोहरा छाया रहेगा, जो दोपहर तक भी पूरी तरह नहीं छंटेगा. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के बावजूद हवा की गति बेहद कम बनी हुई है, जिससे ठंड और बढ़ रही है. रविवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान लगभग 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान करीब 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इससे पूरे शहर में स्मॉग और कोहरे का माहौल बना हुआ है. 

वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार हाई

उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी इसी तरह की स्थिति है. हरियाणा, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. कम दृश्यता के कारण यातायात और दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है. रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) दिन भर बढ़ता रहा और रात 11 बजे तक 410 के पार पहुंच गया. हालांकि सुबह तक इसमें थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन यह 396 पर बना रहा. पूर्वानुमान में कहा गया है कि 20 से 22 दिसंबर तक एक्यूआई गंभीर श्रेणी में रहेगा, जबकि 23 दिसंबर को यह बहुत खराब स्तर पर आ सकता है. अगले छह दिनों तक स्थिति चिंताजनक बनी रहेगी, जहां प्रदूषण का स्तर बहुत खराब से गंभीर के बीच रहेगा. कम हवा की गति के कारण प्रदूषक हवा में फंस रहे हैं, जिससे स्मॉग की मोटी परत बन गई है. यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए.

विभिन्न इलाकों में प्रदूषण का हाल

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के समीर ऐप के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली के कई क्षेत्रों में सुबह के समय एक्यूआई बेहद खराब दर्ज किया गया. चांदनी चौक में 455, वजीरपुर में 449, रोहिणी और जहांगीरपुरी में 444, आनंद विहार में 438 तथा मुंडका में 436 का स्तर दर्ज हुआ. ये सभी पढ़ाई गंभीर श्रेणी में थीं. अन्य स्टेशनों पर भी प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना हुआ है, जो शहर की हवा की गंभीर स्थिति को दर्शाता है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की दिशा और गति में बदलाव तक राहत मिलना मुश्किल है. उन्होंने सलाह दी जाती है कि बाहर निकलते समय मास्क पहनें, अनावश्यक यात्रा से बचें और घर के अंदर रहने की कोशिश करें. यातायात में सावधानी बरतें क्योंकि कोहरे से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है.