क्रूरता की हदें पार! भुवनेश्वर में 15 साल की बच्ची को आग में जलाया, एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाने की तैयारी

एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक प्रो. आशुतोष बिस्वास ने बताया कि पीड़िता की हालत स्थिर है. उनके रक्तचाप, लिवर और किडनी के कामकाज में मामूली सुधार हुआ है. स्थानांतरण के दौरान दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की एक टीम और पीड़िता के परिवार का एक सदस्य साथ रहेगा.

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Courtesy: Social Media

Odisha Girl Burnt: ओडिशा के पुरी जिले में कुछ बदमाशों ने एक 15 साल कीबच्ची के शरीर में आग लगा दिया. जिसकी वजह से लड़की लगभग 70 प्रतिशत तक जल गई. जिसके बाद पीड़िता का इलाज एम्स भुवनेश्वर में चल रहा है. अब उसे बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जाया जाएगा.

एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक प्रो. आशुतोष बिस्वास ने बताया कि पीड़िता की हालत स्थिर है. उनके रक्तचाप, लिवर और किडनी के कामकाज में मामूली सुधार हुआ है. स्थानांतरण के दौरान दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की एक टीम और पीड़िता के परिवार का एक सदस्य साथ रहेगा. डॉ. बिस्वास ने कहा कि लड़की को विशेष चार्टर्ड विमान से दिल्ली ले जाया जाएगा. स्थानांतरण सुरक्षित है और एम्स दिल्ली को सूचना दे दी गई है.

मुख्यमंत्री का बयान: कड़ी कार्रवाई का वादा  

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मामले पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि सरकार पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेज रही है. उन्होंने अस्पताल के निदेशक से बात की और डॉक्टरों की सलाह के आधार पर यह फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के पीछे के कारण और किसी साजिश की आशंका की पड़ताल की जा रही है. दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी. यह दर्दनाक घटना पुरी के बलंगा थाना क्षेत्र के बयाबर गांव में सुबह 9 बजे हुई. पुलिस के अनुसार, पीड़िता अपनी सहेली के घर से लौट रही थी. इसी दौरान पीछे से बाइक पर सवार हो आ रहे बदमाशों ने उसे रोक लिया और उसे जबरन भार्गवी नदी के किनारे ले गए, उस पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और आग लगा दी. इसके बाद सारे बदमाश लड़की को वहीं छोड़ कर भाग गए.

स्थानीय लोगों ने बचाई जान  

स्थानीय लोगों ने आग बुझाकर पीड़िता को पिपिली सरकारी अस्पताल पहुंचाया. वहां से उसे एम्स भुवनेश्वर भेजा गया. वहीं पुलिस द्वारा तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है. यह घटना बालासोर के एफएम (ऑटो) कॉलेज में एक छात्रा द्वारा आत्मदाह की घटना के कुछ दिन बाद हुई है. उस छात्रा ने 12 जुलाई को कॉलेज में खुद को आग लगाई थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री ने दोषियों को सजा दिलाने का भरोसा दिया है. पीड़िता के परिवार को न्याय और बेहतर इलाज की उम्मीद है. यह घटना समाज में सुरक्षा और महिलाओं के प्रति हिंसा पर सवाल उठाती है.