Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर तीखी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे की रैली पर निशाना साधा और उद्धव के भाषण को रुदाली करार दिया. इस बयान पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को जोरदार पलटवार किया.
'ठाकरे बंधुओं से डर गए फडणवीस'
संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जनता सब जानती है. लाखों की संख्या में लोग कल मराठी अस्मिता के लिए रैली में शामिल हुए. मिस्टर फडणवीस, आप बौखला गए हैं. उद्धव और राज ठाकरे से आप डर गए हैं, यह अब जगजाहिर हो चुका है.
आपने रूदाली शब्द का इस्तेमाल किया, लेकिन अब आपकी रूदाली शुरू होने वाली है. राउत ने फडणवीस और एकनाथ शिंदे की जोड़ी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आप दोनों किस महान विचार के लिए एकजुट हुए? हमारी राजनीति मराठी हितों के लिए है, और हम इसके लिए डटकर लड़ेंगे.
मराठी हितों के लिए एकजुटता
भाषा विवाद को लेकर राउत ने कहा, "हम हिंदी के खिलाफ नहीं हैं. महाराष्ट्र में हिंदी फिल्में, गाने, किताबें और अखबार खूब चलते हैं. हमारा विरोध प्राथमिक स्कूलों में हिंदी की अनिवार्यता के खिलाफ है." उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी जीत का स्टालिन ने स्वागत किया है.
राउत ने स्पष्ट किया कि हमारी लड़ाई मराठी भाषा और संस्कृति को बचाने की है, न कि हिंदी को रोकने की. राउत ने जोर देकर कहा कि ठाकरे बंधुओं का एक साथ आना मराठी हितों की रक्षा के लिए है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने हमें समर्थन दिया है, और हम उनके हक के लिए लड़ते रहेंगे.