Bihar Assembly Elections 2025: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ तीखा विरोध जताते हुए चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है. उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेरफेर हो रहा है, जिससे लाखों लोगों का वोटिंग अधिकार छीना जा रहा है.
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
तेजस्वी ने कहा, "जब सब कुछ पहले से तय है और खुलेआम बेईमानी की जा रही है, तो चुनाव का क्या मतलब? लाखों वोटरों के नाम काटे जा रहे हैं, जिन्होंने कई सरकारें चुनीं. पहले सब ठीक था, अब अचानक गड़बड़ी कहां से आ गई?" उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग सत्तारूढ़ दल के इशारे पर काम कर रहा है और यह प्रक्रिया लोकतंत्र पर हमला है. तेजस्वी ने चेतावनी दी कि अगर पारदर्शिता नहीं बरती गई, तो महागठबंधन बहिष्कार पर विचार करेगा.
#WATCH | Patna | On Bihar SIR, RJD leader Tejashwi Yadav says,"...We (all parties in Mahagathbandhan) could talk about boycotting the elections. We have this option." pic.twitter.com/uyn2a9DVy1
— ANI (@ANI) July 24, 2025
महागठबंधन की रणनीति
तेजस्वी ने कहा कि वह इस मुद्दे पर महागठबंधन के सभी दलों से चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का आधार जनता का वोट है. अगर जनता का मताधिकार ही छीन लिया जाएगा, तो लोकतंत्र का क्या मतलब? उन्होंने चंडीगढ़ जैसे हालात का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में बहिष्कार ही एकमात्र रास्ता हो सकता है.
SIR और आधार विवाद
तेजस्वी ने सुप्रीम कोर्ट के आधार कार्ड से संबंधित सुझाव का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव आयोग जानबूझकर तथ्यों को छिपा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि 1 अगस्त के बाद असली हेरफेर शुरू होगा. उन्होंने कहा "हमारी नजर सब पर है, और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे." जस्वी ने विपक्षी एकजुटता का आह्वान किया और जनता की राय को सर्वोपरि बताया. बिहार की सियासत में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है.