अफवाहों से बचें! वोटर लिस्ट अपडेशन की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं, बिहार में आयोग ने दी चेतावनी 

बिहार में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) का प्रारंभिक चरण सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि गणना प्रपत्रों की छपाई और वितरण का कार्य लगभग पूरा हो गया है.

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Bihar SIR Election Commission: बिहार में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) का प्रारंभिक चरण सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि गणना प्रपत्रों की छपाई और वितरण का कार्य लगभग पूरा हो गया है.

आयोग ने जोर देकर कहा कि एसआईआर प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जैसा कि कुछ भ्रामक अफवाहों में दावा किया जा रहा था. अब तक 1.69 करोड़ (21.46%) गणना प्रपत्र एकत्र किए जा चुके हैं, जिनमें से 7.25% प्रपत्र ECINET पोर्टल पर अपलोड हो चुके हैं. प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, यह कार्य समय-सीमा के भीतर और पूर्ण पारदर्शिता के साथ चल रहा है.

24 जून से शुरू हुई मतदाता सूची अपडेशन प्रक्रिया

चुनाव आयोग ने 24 जून 2025 से बिहार में मतदाता सूची को अपडेट करने का आदेश जारी किया था. इसका उद्देश्य अपात्र मतदाताओं के नाम हटाकर केवल वैध मतदाताओं को सूची में शामिल करना है. यह प्रक्रिया पूरे राज्य में एकसाथ शुरू की गई है, ताकि मतदाता सूची को और अधिक सटीक बनाया जा सके.

आयोग ने निर्देश दिया है कि सभी पात्र मतदाताओं को 25 जुलाई 2025 तक अपने आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे. यदि कोई इस तारीख तक दस्तावेज जमा नहीं कर पाता, तो उसे दावे और आपत्तियों की अवधि में भी मौका मिलेगा.

सोशल मीडिया अफवाहों पर आयोग का जवाब

सोशल मीडिया पर एक भ्रामक विज्ञापन में दावा किया गया कि अब केवल फॉर्म भरना पर्याप्त है और दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं. इस पर कांग्रेस नेताओं ने इसे दलितों और वंचितों के मताधिकार को प्रभावित करने की साजिश बताया. चुनाव आयोग ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें.

विपक्ष के सवाल 

विपक्षी नेताओं विशेषकर तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि केवल बिहार में ही यह प्रक्रिया क्यों चल रही है. जवाब में, बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि एसआईआर पूरी तरह से आयोग के 24 जून के निर्देशों पर आधारित है.